सेकेंड हैंड कार खरीदते समय इन 8 बातों का रखें ध्यान

09 July, 2025

VIVEK SINGH

गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट असली है या नहीं, यह सबसे जरूरी चीज है. इसमें मालिक का नाम और चेसिस नंबर RTO डिटेल से मिलाना जरूरी होता है.

RC जरूर चेक करें

गाड़ी का बीमा कब तक वैध है, कितना प्रीमियम है और नो क्लेम बोनस (NCB) मिल रहा है या नहीं, ये सारी बातें चेक करना जरूरी है.

 NCB स्टेटस देखें

इंजन ऑयल, गियरबॉक्स, स्टियरिंग, AC, स्पीकर्स और सीट्स की हालत को सही से जांचें ताकि बाद में मरम्मत का खर्च न आए.

इंजन की जांच करें

गाड़ी में रिपेंट हुआ है या नहीं, इसकी जांच पेंट मीटर से की जा सकती है. टायर की घिसावट भी गेज मीटर से चेक करें.

टायर की स्थिति पर ध्यान दें

कई डीलर किलोमीटर रीडिंग घटा देते हैं. ऐसे में OBD2 रीडर से गाड़ी की असली चलने की दूरी पता की जा सकती है.

मीटर में हेराफेरी की पहचाने  

गाड़ी की सर्विस हिस्ट्री से उसकी देखभाल का अंदाजा लगता है. साथ ही बैटरी, स्टेपनी, टूलकिट जैसी चीजें भी जांच लें.

मेंटेनेंस रिकॉर्ड चेक करें

कार को चलाकर देखें कि ब्रेकिंग स्मूथ है या नहीं और ब्रेक दबाने पर कोई आवाज तो नहीं आती. सस्पेंशन भी सही हो.

 टेस्ट ड्राइव में आकलन करें

गाड़ी पर कोई लंबित चालान है या पहले कभी एक्सिडेंट हुआ है, इसकी पूरी जानकारी पुलिस रिकॉर्ड या RTO पोर्टल से लें.

एक्सिडेंटल हिस्ट्री जांचना न भूलें