22 July 2025
VIVEK SINGH
EPS सैलरीड कर्मचारियों के लिए PF के साथ जुड़ी एक पेंशन स्कीम है. इसमें एम्प्लॉयर का 8.33% हिस्सा पेंशन फंड में जमा होता है. 10 साल की नौकरी जरूरी है.
सरकार द्वारा संचालित NPS में निवेशक अपनी पसंद से इक्विटी और बॉन्ड में पैसा लगा सकते हैं. 60% टैक्स-फ्री निकासी और आजीवन पेंशन की सुविधा मिलती है.
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)
कम प्रीमियम में स्थायी पेंशन चाहने वालों के लिए यह स्कीम बेस्ट है. 18 से 40 वर्ष तक कोई भी इसमें शामिल हो सकता है. 60 की उम्र के बाद 1,000 से 5,000 तक पेंशन मिलती है.
अटल पेंशन योजना
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए बनी यह योजना 60 की उम्र के बाद 3,000 रुपये पेंशन देती है. सरकार और श्रमिक बराबर योगदान करते हैं.
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना
अगर किसी कर्मचारी की नौकरी चली जाती है, तो ESIC की यह स्कीम उसे 3 महीने तक 50% वेतन का बेरोजगारी भत्ता देती है.
अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY)
EPS फिक्स पेंशन देता है जबकि NPS मार्केट लिंक्ड रिटर्न के कारण अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है. NPS में टैक्स लाभ और अधिक रिटर्न की संभावना होती है.
EPS बनाम NPS: कौन बेहतर?
अटल पेंशन योजना और मानधन योजना दोनों असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को वृद्धावस्था में पेंशन की सुरक्षा देती हैं. कम निवेश में बड़ी सुविधा है.
असंगठित क्षेत्र के लिए खास योजनाएं
प्राइवेट कर्मचारी को अपने रिटायरमेंट के लिए शुरुआत से ही योजनाबद्ध निवेश करना चाहिए. सही पेंशन स्कीम चुनने से आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होती है.
रिटायरमेंट प्लानिंग की अहमियत