23 July 2025
Kumar Saket
UIDAI (यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के अनुसार, हर 10 साल में आधार धारकों को अपना बायोमेट्रिक डाटा (फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन और फोटो) अपडेट कराना अनिवार्य है. एजेंसी ने फिर एक बार दोहराया है कि जो बच्चे 7 साल के हो चुके हैं, वे अपना बायोमेट्रिक डाटा अपडेट करा लें.
माता-पिता या अभिभावक किसी भी आधार सेवा केंद्र या नामित आधार केंद्र पर अपने बच्चे का डिटेल्स अपडेट करा सकते हैं.यदि 7 साल से अधिक उम्र के बच्चों का बायोमेट्रिक डाटा अपडेट नहीं कराया जाता है, तो UIDAI आधार को डिएक्टिवेट कर सकता है.
कैसे करें अपडेट?
पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों के आधार के लिए उनके फिंगरप्रिंट या आईरिस बायोमेट्रिक्स नहीं लिए जाते, क्योंकि उनका शरीर अभी पर्याप्त रूप से विकसित नहीं हुआ होता है. मौजूदा नियम के अनुसार 5 साल के होने पर बच्चों का बायोमेट्रिक्स डाटा अपडेट कराना अनिवार्य है.
5 साल उम्र होते अपडेट ही अनिवार्य
यदि बच्चा पांच से सात वर्ष की आयु के बीच MBU (Mandatory Biometric Update) कराया जाता है, तो यह मुफ्त में अपडेट होता है. लेकिन सात वर्ष की आयु के बाद, इसके लिए 100 रुपये फीस देने पड़ते हैं.
मुफ्त में अपडेट?
बच्चों के बायोमेट्रिक डाटा की सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए एमबीयू का समय पर पूरा होना जरूरी है. अगर 7 साल की उम्र के बाद भी एमबीयू पूरा नहीं किया जाता है, तो मौजूदा नियमों के अनुसार आधार नंबर रद्द किया जा सकता है.
MBU जरूरी
अपडेटेड बायोमेट्रिक्स वाला आधार, स्कूल में एडमिशन, प्रवेश परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन, छात्रवृत्ति का लाभ उठाने, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजनाओं आदि जैसी सेवाओं का लाभ उठाने में आधार का इस्तेमाल किया जाता है. आधार अपडेट नहीं करने पर इन सुविधाओं से वंचित रह सकते हैं.
क्या होंगे लाभ?