23 August 2025
VIVEK SINGH
CIBIL स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का नंबर है, जो लोन या क्रेडिट कार्ड पेमेंट की विश्वसनीयता बताता है. यह 300 से 900 तक होता है और ज्यादा स्कोर पर लोन पास होने के चांस बढ़ते हैं.
अगर आपका स्कोर 750 से 900 के बीच है, तो इसे बेहद अच्छा माना जाता है. ऐसे में आपको आसानी से लोन मिल सकता है और बैंक कम ब्याज दर पर भी लोन देने के लिए तैयार रहते हैं.
750 से ऊपर का स्कोर सबसे अच्छा
अगर आपका स्कोर 650 से नीचे है, तो इसे कमजोर माना जाता है. ऐसे में बैंक आप पर भरोसा करने से बचते हैं. 600 से नीचे जाने पर लोन मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है और क्रेडिट कार्ड भी लिमिटेड मिलते हैं.
650 से नीचे है रिस्की
अगर आप बिल भरने में 1-7 दिन लेट करते हैं, तो आमतौर पर यह रिपोर्ट नहीं होता. लेकिन बार-बार ऐसी गलती करने से बैंक आपके पेमेंट पैटर्न पर शक करने लगते हैं और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री प्रभावित हो सकती है.
पेमेंट में 1-7 दिन की देरी
अगर आप 15 से 30 दिन की देरी करते हैं, तो CIBIL स्कोर में 50 से 100 पॉइंट तक की गिरावट आ सकती है. यह गिरावट आपके पूरे क्रेडिट रिकॉर्ड पर असर डालती है और भविष्य के लोन चांस कम हो जाते हैं.
15 दिन की देरी पर गिरते हैं 100 पॉइंट
सिर्फ मिनिमम अमाउंट ड्यू भरने से आप ब्याज के जाल में फंस जाते हैं. बकाया रकम पर 3 से 4 फीसदी मासिक ब्याज लगता है, जो साल भर में 30 से 45 फीसदी तक पहुंच सकता है.
बार-बार केवल Minimum Due पेमेंट न करें
क्रेडिट कार्ड का बिल हमेशा समय पर पूरा भरें, लिमिट से ज्यादा खर्च न करें और बार-बार मिनिमम ड्यू न भरें. इससे आपका CIBIL स्कोर मजबूत रहेगा और भविष्य में लोन लेने में परेशानी नहीं होगी.
स्कोर बचाने के लिए जरूरी टिप्स है?