क्या है कार्ड स्किमिंग स्कैम, जो खाली कर सकता है आपका अकाउंट

23 July 2025

VIVEK SINGH

पेट्रोल पंप पर कार्ड से भुगतान करने पर कंपनियां डिस्काउंट और रिवॉर्ड देती हैं, लेकिन यहीं से स्कैम की शुरुआत हो सकती है. स्किमिंग से आपका अकाउंट मिनटों में खाली हो सकता है.

पेमेंट में दिखता है फायदा

एक वायरल वीडियो में दिखाया गया कि पेट्रोल पंप पर कार्ड स्वाइप करने के बाद एक शख्स के खाते से 1 लाख रुपये गायब हो गए. यह स्कैम स्किमिंग डिवाइस के जरिए किया गया.

70 लाख बार देखा गया स्कैम का वीडियो

स्किमिंग एक डिवाइस के जरिए कार्ड की जानकारी चोरी करने की तकनीक है. यह डिवाइस POS मशीन पर छिपाकर लगाई जाती है, जो कार्ड स्वाइप होते ही डाटा स्टोर कर लेती है.

 क्या है कार्ड स्किमिंग स्कैम?

स्कैमर कार्ड डिटेल्स के साथ-साथ पिन भी चुरा लेते हैं. POS मशीन पर कैमरा या नकली कीपैड लगाकर पिन रिकॉर्ड किया जाता है. फिर क्लोन बनाकर अकाउंट से पैसा निकाला जाता है.

 कैसे चुराई जाती है आपकी जानकारी?

स्किमिंग का मतलब है कार्ड की जानकारी चुराना. क्लोनिंग में उस जानकारी से डुप्लिकेट कार्ड बनाया जाता है. ये दोनों प्रक्रिया मिलकर बड़े स्कैम को अंजाम देती हैं.

 स्किमिंग और क्लोनिंग – जानिए अंतर

ई-स्किमिंग के जरिए फेक वेबसाइट्स या लिंक्स के माध्यम से भी कार्ड डिटेल चोरी हो सकती है. इसलिए अनजान वेबसाइट पर कभी भी कार्ड जानकारी न डालें.

 क्या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी सुरक्षित नहीं?

अगर कार्ड इस्तेमाल के कुछ समय बाद अकाउंट से पैसे कट जाएं, खासकर छोटे अमाउंट, तो यह स्किमिंग का संकेत हो सकता है. स्कैमर पहले छोटे अमाउंट काटते हैं, फिर बड़ा ट्रांजैक्शन करते हैं.

  कैसे पहचानें कि स्किमिंग हो चुकी है?

पेट्रोल पंप या दुकानों पर खुद ही कार्ड स्वाइप करें. OTP से ट्रांजैक्शन को सिक्योर करें. फ्रॉड होते ही कार्ड ब्लॉक कराएं  शिकायत दर्ज करें.

  स्किमिंग से कैसे बचें? अपनाएं ये टिप्स