31 July 2025
Satish Vishwakarma
भारत एक ऐसा देश है जहां नदियां सिर्फ पानी की धार नहीं, बल्कि आस्था, जीवन और सभ्यता की पहचान हैं. हिमालय की गोद से लेकर बंगाल की खाड़ी तक, ये नदियां लाखों लोगों का पेट भरती हैं, उनकी आस्था का केंद्र हैं. आइए, जानते हैं भारत की सबसे लंबी नदियों के बारे में.
गंगा भारत की सबसे पवित्र और प्रमुख नदी है. यह हिमालय से निकलकर बंगाल की खाड़ी तक बहती है. इसकी लंबाई करीब 2525 किलोमीटर है.
गंगा
गोदावरी भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है. यह दक्षिण भारत की सबसे प्रमुख नदी है और धार्मिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है. इसकी लंबाई करीब 1465 किलोमीटर है.
गोदावरी
यमुना गंगा की सहायक नदी है जो दिल्ली से होकर बहती है. यह श्रीकृष्ण से जुड़ी आस्था का प्रतीक है. प्रयागराज में यह गंगा से मिलती है. इसकी लंबाई करीब 1365 किलोमीटर है.
यमुना
नर्मदा भारत की कुछ पश्चिम बहने वाली नदियों में से एक है. इसके किनारे ओंकारेश्वर, महेश्वर जैसे तीर्थ स्थल हैं. इसकी लंबाई करीब 1312 किलोमीटर है.
नर्मदा
ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश से भारत में प्रवेश करती है और असम के विशाल मैदानों को पोषित करती है. इसकी लंबाई करीब 2900 किलोमीटर है.
ब्रह्मपुत्र
सिन्धु नदी का नाम ही भारत की पहचान ‘इंडिया’ से जुड़ा है. यह दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक, सिंधु घाटी सभ्यता की जननी रही है. इसकी लंबाई करीब 3180 किलोमीटर है.
सिन्धु
महानदी मध्य और पूर्व भारत की प्रमुख नदी है. यह हीराकुंड बाँध के लिए प्रसिद्ध है, जो दुनिया के सबसे लंबे मिट्टी के बाँधों में से एक है. इसकी लंबाई करीब 890 किलोमीटर है.
महानदी