12/10/2025
SATISH Vishwakarma
EPF में योगदान बंद करने से आपकी रिटायरमेंट ग्रोथ रुक सकती है और लंबी अवधि की बचत पर असर पड़ता है. अगर इसे सही तरीके से मैनेज नहीं किया गया तो ब्याज का नुकसान भी हो सकता है.
EPF योगदान तब रुक जाता है जब आप ऐसी नौकरी छोड़ देते हैं जहां EPF कटता है या किसी ऐसे संस्थान में काम करने लगते हैं जो EPF Act के तहत नहीं आता.
EPF कॉन्ट्रिब्यूशन कब रुकता है
अगर किसी खाते में 36 महीने तक योगदान नहीं होता, तो वह इनऑपरेटिव माना जाता है. इस अवधि तक खाते पर ब्याज मिलता रहता है, लेकिन उसके बाद ब्याज मिलना बंद हो जाता है.
इनएक्टिव अकाउंट पर ब्याज नियम
अगर आप दो महीने से ज्यादा समय तक बेरोजगार हैं, तो EPF निकाल सकते हैं. लेकिन अगर आपने लगातार 5 साल पूरे नहीं किए हैं, तो निकाली गई राशि टैक्सेबल होती है. एम्प्लॉयर और आपकी कॉन्ट्रिब्यूशन राशि, साथ ही ब्याज आपकी आय के स्तर के हिसाब से टैक्स में गिनी जाती है.
EPF निकालने और टैक्स पर असर
नई नौकरी में जाने पर पुराना EPF अकाउंट डॉर्मेंट छोड़ने की बजाय उसे ट्रांसफर करना बेहतर होता है. आपका UAN सभी EPF खातों को लिंक कर देता है और बैलेंस ट्रांसफर आसान बनाता है. इससे आपकी सर्विस रिकॉर्ड बनी रहती है.
EPF ट्रांसफर क्यों जरूरी है
EPF में योगदान न करना आपकी लंबी अवधि की संपत्ति को कमजोर कर सकता है. ब्याज और टैक्स सेविंग्स का नुकसान आपके रिटायरमेंट फंड को घटा सकता है.
EPF अकाउंट को नजरअंदाज क्यों न करें