2 August 2025
Satish Vishwakarma
अगर आप कई बार पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं और हर बार आपका आवेदन रिजेक्ट हो जाता है, या फिर आपको बहुत ज्यादा ब्याज दर पर ही लोन मिल रहा है.
इसका कारण आपका कम क्रेडिट स्कोर भी हो सकता है. हालांकि कुल आसान तरीके से आप अपने क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं. चलिए जानते हैं.
ऐसा क्यों?
क्रेडिट स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है, जो यह तय करती है कि आप कितने भरोसेमंद बॉरोअर हैं.
क्या होता है क्रेडिट स्कोर
बैंक और NBFC इसी स्कोर के आधार पर तय करते हैं कि आपको लोन देना है या नहीं. इसके अलावा यह भी बताता है कि लोन किस ब्याज दर पर देना है.
लोन मिलना इसी आधार पर तय
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है. बता दें 700 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है. जितना ज्यादा स्कोर, उतनी ज्यादा बैंक लोन देने के लिए तैयार होती हैं और वह भी कम ब्याज दर पर.
कितना होना चाहिए क्रेडिट स्कोर?
अगर दो लोगों ने एक ही बैंक में 2 लाख रुपये के पर्सनल लोन के लिए अप्लाई किया है, लेकिन एक का स्कोर 780 है और दूसरे का 640 तो पहला व्यक्ति न सिर्फ जल्दी अप्रूवल पाएगा, बल्कि कम ब्याज दर पर भी लोन ले पाएगा.
उदाहरण से समझे
अगर आप समय पर EMI या क्रेडिट कार्ड बिल नहीं भरते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को बुरी तरह प्रभावित करता है.
कैसे प्रभावित होता है क्रेडिट स्कोर
हर लेट पेमेंट निगेटिव हिस्ट्री बनाता है. इसलिए EMI के लिए ऑटो-डेबिट ऑप्शन सेट करें या फोन में रिमाइंडर लगाएं. रेगुलर पेमेंट से 3-6 महीनों में स्कोर में सुधार दिखने लगता है.
कैसे सुधारे
साल में एक बार CIBIL, Experian, Equifax और CRIF Highmark से फ्री रिपोर्ट लें. किसी भी अनजान लोन या लेट पेमेंट की जांच करें. ऑनलाइन गलती की शिकायत करें 30 दिनों में सुधार हो जाता है.
रिपोर्ट जरूर लें