16 July 2025
VIVEK SINGH
16 July 2025
VIVEK SINGH
IPO यानी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग, जब कोई कंपनी पहली बार आम लोगों को अपने शेयर बेचती है. इसके जरिए कंपनी अपना कारोबार बढ़ाने के लिए पैसा जुटाती है.
कोई भी वयस्क व्यक्ति जिसके पास PAN और वैध डीमैट अकाउंट हो, IPO में निवेश कर सकता है. जरूरी है कि उसे निवेश से जुड़ी बेसिक जानकारी हो.
IPO में कौन कर सकता है निवेश?
IPO में आप सीधे कंपनी के शेयर खरीदते हैं, जबकि म्यूचुअल फंड में एक्सपर्ट आपके पैसे से शेयर खरीदते हैं. IPO में रिटर्न और रिस्क दोनों सीधे होते हैं.
IPO और म्यूचुअल फंड में क्या फर्क है?
आप IPO में कंपनी द्वारा तय प्राइस बैंड के अनुसार न्यूनतम एक लॉट से निवेश शुरू कर सकते हैं. अमाउंट कंपनी और IPO की कीमत पर निर्भर करता है.
IPO में कितने पैसे से निवेश शुरू कर सकते हैं?
IPO में निवेश के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट जरूरी है. ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म से एप्लाई करें और पैसे उसी अकाउंट में रखें जब तक अलॉटमेंट न हो.
IPO में निवेश करने की प्रक्रिया क्या है?
IPO में आवेदन के बाद 3 वर्किंग डेज में शेयर अलॉटमेंट होता है और 6 कारोबारी दिन में शेयर NSE और BSE पर लिस्ट होते हैं.
शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग कब होती है?
अगर कंपनी की लिस्टिंग कीमत जारी प्राइस से ज्यादा पर होती है, तो निवेशकों को मुनाफा होता है. स्टॉक का रिटर्न कंपनी के प्रदर्शन पर निर्भर करता है.
IPO में फायदा कैसे होता है?
अगर शेयर नहीं मिले तो आपके पैसे आपके अकाउंट में वापस आ जाते हैं. ओवरसब्सक्रिप्शन की स्थिति में कंप्यूटराइज्ड लॉटरी से चयन होता है.
अगर शेयर अलॉट नहीं हुआ तो क्या होगा?