17 July 2025
VIVEK SINGH
11 जुलाई को चांदी ने पहली बार ₹1.10 लाख प्रति किलो का आंकड़ा पार किया. अब तक यह 28% रिटर्न दे चुकी है. सोने की गिरती कीमतों के बीच चांदी निवेशकों की पसंद बन रही है.
सिल्वर ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड, जो स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है. इसमें चांदी को शेयरों की तरह खरीदा-बेचा जा सकता है और इसकी कीमत असली चांदी से जुड़ी होती है.
सिल्वर ETF क्या होता है?
सिल्वर ETF उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो फिजिकल चांदी नहीं खरीदना चाहते. लॉन्ग टर्म में यह अच्छा रिटर्न देता है और पोर्टफोलियो में विविधता लाने का जरिया बनता है.
क्यों निवेश करें सिल्वर ETF में
फंड हाउस 99.9% प्योर चांदी खरीदता है. इसकी कीमत मार्केट वैल्यू से तय होती है. जितना आसान इसे खरीदना है, उतना ही आसानी से इसे बेचा भी जा सकता है.
कैसे करता है काम सिल्वर ETF
सिल्वर ETF में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है. NSE या BSE से 100 रुपये जैसी छोटी रकम से शुरुआत की जा सकती है. Groww, Upstox जैसे ऐप्स से अकाउंट खुलता है.
निवेश की प्रक्रिया क्या है?
HDFC सिल्वर ETF ने 41.99% रिटर्न दिया. एक्सिस ने 40.14%, DSP ने 34.31%, जबकि आदित्य बिड़ला, निप्पॉन इंडिया और ICICI ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है.
कौन से सिल्वर ETF रहे टॉप पर?
चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड एक बार फिर से बढ़ रही है. इससे इसकी कीमतों में स्थिरता और तेज़ी दोनों बनी रह सकती हैं. यही निवेशकों के लिए एक मौका बनाता है.
सिल्वर की इंडस्ट्रियल डिमांड बढ़ी
निवेश से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेना जरूरी है. यह वेब स्टोरी केवल जानकारी के उद्देश्य से है और किसी भी प्रकार के निवेश पर अंतिम निर्णय निवेशक की समझ पर निर्भर करता है.
निवेश से पहले क्या सावधानी जरूरी