31July 2025
VIVEK SINGH
बैंक लोन एप्लिकेशन प्रोसेस करने के लिए 1% से 3% तक फीस लेते हैं. यह अमाउंट लोन मिलने से पहले ही काट लिया जाता है और आपको कम राशि मिलती है.
अगर आप तय समय से पहले लोन चुका देते हैं, तो बैंक 2% से 5% तक का फोरक्लोजर शुल्क वसूलते हैं. इससे लोन सस्ता नहीं बल्कि महंगा हो जाता है.
प्रीपेमेंट और फोरक्लोजर चार्ज
EMI समय पर न देने या अकाउंट में बैलेंस न होने पर बैंक ₹500 से ₹1000 तक की पेनाल्टी लगाते हैं. इससे क्रेडिट स्कोर पर भी नकारात्मक असर पड़ता है.
लेट पेमेंट पेनाल्टी
अगर EMI बाउंस हो जाए तो बैंक ₹500 से ₹1000 तक जुर्माना वसूलते हैं. बार-बार बाउंस होने पर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है.
EMI बाउंस फीस
कुछ बैंक बिना बताए लोन के साथ इंश्योरेंस जोड़ देते हैं. इस पर ब्याज भी जुड़ता है, जिससे EMI और बढ़ जाती है. यह वैकल्पिक होता है, जरूरी नहीं.
अनचाहा इंश्योरेंस प्रीमियम
हर चार्ज जैसे प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट और फोरक्लोजर पर 18% GST लगता है. यह चार्जेस को और महंगा बना देता है, जिसकी जानकारी कम लोगों को होती है. से नेट गेन कम होगा और टैक्स की रकम घटेगी.
GST ऑन चार्जेस
लोन एग्रीमेंट की भाषा जटिल होती है, जिससे ग्राहक हिडेन चार्जेस को ठीक से समझ नहीं पाते. इससे बाद में विवाद और वित्तीय दबाव उत्पन्न हो सकता है.
डॉक्यूमेंटेशन में क्लैरिटी नहीं
पर्सनल लोन पर ब्याज दर सबसे ज्यादा होती है. इसलिए इसे तभी लें जब कोई दूसरा विकल्प न हो. छोटी जरूरतों के लिए इसका इस्तेमाल न करें.
इमरजेंसी में ही लें लोन