22/11/2025
Kumar Saket
पर्सनल लोन स्टेटमेंट में लोन बैलेंस और मूलधन, आपके लोन की बकाया राशि स्पष्ट रूप से बताई जाती है, जिसमें Principal और बकाया ब्याज दोनों शामिल होते हैं. यह जानकारी यह समझने में मदद करती है कि आपने कितना भुगतान किया और कितना बाकी है.अपने पर्सनल लोन स्टेटमेंट की नियमित जांच करने से आप किसी भी गलती, अनचाहे शुल्क या गणना की गलतियों को जल्दी पकड़ सकते हैं. इससे आपकी वित्तीय जिम्मेदारी बेहतर बनती है और लोन की सही स्थिति बनी रहती है.
यहां आपकी ब्याज दर की जानकारी दी जाती है, जिसमें फ्लोटिंग या फिक्स्ड ब्याज दर हो सकती है. साथ ही हर महीने की ईएमआई राशि और उसमे ब्याज और मूलधन के कितने हिस्से की जानकारी होती है.
EMI डिटेल्स
इस भाग में आपकी अगली ईएमआई की तारीख और जमा करने वाली राशि की जानकारी होती है, जिससे लेट फीस और अन्य पेनाल्टी से बचा जा सकता है.
भुगतान की तारीख और अमाउंट
यह हिस्सा आपके लोन से जुड़े सभी खर्चों का विवरण देता है जैसे प्रोसेसिंग फीस, जीएसटी, लेट पेमेंट फीस, और अन्य चार्जेस. यह जानना आवश्यक होता है ताकि कोई छुपा हुआ खर्च न रह जाए.
फीस, प्रोसेसिंग चार्ज और अन्य खर्च
यह सेक्शन आपके द्वारा किए गए सभी भुगतान, चूके हुए या लेट पेमेंट्स का रिकॉर्ड रखता है. इससे आप अपनी पुनर्भुगतान स्थिति पर नजर रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर सुधार कर सकते हैं.
ट्रांजैक्शन हिस्ट्री
यदि आपका लोन फ्लोटिंग ब्याज दर वाला है, तो इस हिस्से में ब्याज दर में किसी भी बदलाव का डिटेल्स दिया जाता है, जिससे आपको अपने अगले भुगतानों की योजना बनाने में सुविधा होती है.
ब्याज दर में बदलाव