06/11/2025
SATISH VISHWAKARMA
पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड EMI दोनों ही कर्ज लेने के तरीके हैं, लेकिन इनका खर्च अलग होता है. पर्सनल लोन में तय ब्याज दर और EMI होती है, जबकि क्रेडिट कार्ड EMI में कई बार छिपे हुए चार्ज जुड़ जाते हैं.
पर्सनल लोन की ब्याज दर आमतौर पर 10% से 16% के बीच होती है. क्रेडिट कार्ड EMI पर यह 13% से 24% तक जा सकती है. इसलिए लंबे समय के खर्चों के लिए पर्सनल लोन आमतौर पर सस्ता पड़ता है.
पर्सनल लोन पर ब्याज कम पड़ता है
अगर आप कोई छोटा खर्च (जैसे मोबाइल, लैपटॉप या गैजेट) कुछ महीनों में चुकाना चाहते हैं, तो लो-कॉस्ट EMI ऑफर वाला क्रेडिट कार्ड ठीक रह सकता है. बस ध्यान रहे, पेमेंट समय पर करना जरूरी है, वरना ब्याज और पेनल्टी दोनों बढ़ जाते हैं.
कब काम आती है क्रेडिट कार्ड EMI
सिर्फ ब्याज दर मत देखें कुल लागत निकालें, यानी प्रोसेसिंग फीस, GST, प्रीपेमेंट चार्ज और टेन्योर का असर. क्रेडिट कार्ड EMI लेने पर आपका क्रेडिट लिमिट ब्लॉक होता है और एक गलती से क्रेडिट स्कोर गिर सकता है.
किन बातों का रखें ध्यान
अगर खर्च बड़ा है या रीपेमेंट लंबा चलेगा (2–5 साल), तो पर्सनल लोन ज्यादा सेफ और प्रिडिक्टेबल रहता है. इससे आपका क्रेडिट कार्ड इमरजेंसी के लिए खाली रहता है और आप ब्याज के जाल में नहीं फंसते.
कब बेहतर है पर्सनल लोन