19 August 2025
VIVEK SINGH
निवेश से पहले फंड को अच्छे से समझें. सिर्फ ट्रेंड देखकर पैसे न लगाएं. हर फंड अलग उद्देश्य और रिस्क के साथ आता है. वही चुनें जो आपके फाइनेंशियल गोल्स के अनुरूप हो.
जल्दी निवेश शुरू करने पर कंपाउंडिंग का फायदा ज्यादा मिलता है. जितनी जल्दी आप SIP शुरू करेंगे, उतना बड़ा फंड लॉन्ग टर्म में बन पाएगा. देर से निवेश करने पर रिटर्न कम हो सकता है.
कम उम्र से करें शुरुआत
मार्केट के गिरते ही SIP बंद करना या पैसे निकालना सही नहीं है. शॉर्ट टर्म में नुकसान हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में SIP हमेशा बेहतर रिटर्न देती है. धैर्य बनाए रखना जरूरी है.
पैसे निकालने में न करें गलती
सिर्फ म्यूचुअल फंड में ही ज्यादा पैसा न लगाएं. गोल्ड, इक्विटी, रियल एस्टेट और डेट फंड जैसे ऑप्शन भी शामिल करें. इससे रिस्क कम होगा और किसी एक सेक्टर की मंदी का असर घटेगा.
पोर्टफोलियो रखें डायवर्सिफाई
जिस दिन SIP का पैसा कटना है, उस दिन अकाउंट में बैलेंस जरूर होना चाहिए. चाहे मार्केट ऊपर जाए या नीचे, SIP मिस नहीं होनी चाहिए. अनुशासन और नियमितता से ही बड़ा फंड बनता है.
SIP में रखें अनुशासन
SIP का असली खेल कंपाउंडिंग है. जितना लंबा समय पैसा फंड में रहेगा, उतना ज्यादा रिटर्न मिलेगा. बार-बार पैसा निकालने से कंपाउंडिंग का फायदा खत्म हो जाता है.
कंपाउंडिंग का फायदा लें
कई लोग SIP को शॉर्ट टर्म निवेश मानकर जल्द रिटर्न चाहते हैं. जबकि SIP का असली फायदा तभी मिलता है जब आप इसे लंबी अवधि तक जारी रखते हैं. धैर्य रखें और लॉन्ग टर्म सोच अपनाएं.
शॉर्ट टर्म सोच से बचें
अगर आप नए निवेशक हैं तो बिना जानकारी के फंड न चुनें. एक्सपर्ट या फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद लें. सही गाइडेंस से रिस्क कम होगा और बेहतर रिटर्न पाने का मौका मिलेगा.
एक्सपर्ट की सलाह लें