SIP vs Lump Sum: कौन सा निवेश तरीका है आपके लिए बेहतर?

15/11/2025

Kumar Saket

म्यूचुअल फंड में निवेश के दो प्रमुख तरीके—SIP और Lump Sum—दोनों के अपने फायदे हैं. यह आपकी आय, जोखिम सहनशक्ति और निवेश अवधि पर निर्भर करता है. 3000 रुपये मासिक SIP बनाम 3 लाख रुपये Lump Sum के उदाहरण से समझें कि लंबे समय में कौन सा तरीका ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. नीचे पांच प्रमुख प्वाइंट्स दिए गए हैं. मान लिया जाए कि रिटर्न 12 फीसदी है.

SIP vs Lump Sum:

Lump Sum में पूरी राशि पहले दिन से कंपाउंडिंग पर बढ़ती है, जिससे 3 लाख निवेश पर 10 साल में 9.32 लाख कॉर्पस बनता है जो SIP से ज्यादा है.

कंपाउंडिंग का पूरा फायदा Lump Sum में

SIP में हर महीने 3000 रुपये निवेश से बाजार उतार-चढ़ाव का असर कम होता है; गिरते बाजार में ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं, जो लंबे समय में फायदेमंद.

Rupee Cost Averaging से SIP में जोखिम कम

केवल 3 लाख Lump Sum से 6.32 लाख रिटर्न मिलता है, जबकि SIP में 3.60 लाख निवेश पर 3.12 लाख रिटर्न मिलता है. Lump Sum कम पैसे से ज्यादा कमाई देता है.

कम निवेश से ज्यादा रिटर्न Lump Sum में

सैलरीधारी लोगों के लिए SIP अनुशासित निवेश और छोटी राशि से शुरुआत का आसान तरीका है, जो लंबे समय तक जारी रखना सरल बनाता है.

नियमित आय वालों के लिए SIP है सुविधाजनक

अगर बड़ी राशि उपलब्ध है और बाजार गिरावट में निवेश करें, तो Lump Sum रिबाउंड से ज्यादा मुनाफा दे सकता है, लेकिन हाई पर निवेश से नुकसान का खतरा भी.

जोखिम उठाने वालों के लिए Lump Sum बेहतर