आपका स्मार्टफोन सुन रहा है आपकी बातें! जानें कैसे बचें इस जासूसी से

25 July 2025

VIVEK SINGH

कई ऐप्स आपकी बातचीत सुनने के लिए माइक्रोफोन एक्सेस मांगते हैं. अगर आपने परमिशन दी है, तो ये ऐप्स आपकी बातों को रिकॉर्ड कर सकते हैं और उसी के आधार पर ऐड दिखाते हैं.

माइक्रोफोन एक्सेस बंद करें

‘Hey Siri’ या ‘OK Google’ जैसे वॉयस असिस्टेंट हमेशा आपकी आवाज सुनने की स्थिति में रहते हैं. इन्हें तभी ऑन करें जब ज़रूरत हो, बाकी समय बंद रखें.

  वॉयस असिस्टेंट को हमेशा ऑफ रखें

GPS और WiFi से जुड़ा लोकेशन फीचर आपके हर मूवमेंट को ट्रैक करता है. इसे बंद करके आप अपने डेटा को कंपनियों से बचा सकते हैं.

  लोकेशन ट्रैकिंग बंद रखें

गूगल या किसी ब्राउज़र में आपकी सर्च हिस्ट्री को ट्रैक किया जाता है. इससे आपकी रुचियों के आधार पर ऐड टारगेट किए जाते हैं. समय-समय पर हिस्ट्री डिलीट करें.

  ब्राउजिंग हिस्ट्री को समय-समय पर क्लियर करें

कोई भी ऐप इंस्टॉल करते समय उसकी परमिशन चेक करें. माइक्रोफोन, गैलरी, कैमरा या लोकेशन एक्सेस तभी दें जब वाकई जरूरत हो.

  ऐप इंस्टॉल करते वक्त परमिशन ध्यान से दें

आपके अकाउंट की सुरक्षा के लिए टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ज़रूरी है. इससे कोई भी आपकी इजाजत के बिना आपके अकाउंट में लॉगिन नहीं कर पाएगा.

   टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जरूर ऑन करें

पब्लिक Wi-Fi कनेक्शन हैकिंग के लिए सबसे आसान रास्ता है. इसे यूज करने से आपका डेटा लीक होने का खतरा होता है. पब्लिक नेटवर्क से बचें.

  पब्लिक Wi-Fi से बचें

भारत में डेटा सुरक्षा के लिए DPDP Act 2023 और IT Act 2000 लागू हैं. इनके तहत कंपनियां आपकी परमिशन के बिना डेटा शेयर नहीं कर सकतीं और आप शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं.

  भारत में हैं दो डेटा सुरक्षा कानून