बुल, बियर, पेनी स्टॉक; समझें शेयर मार्केट की ABC

1 August 2025

VIVEK SINGH

जब बाजार में लगातार तेजी आती है और शेयर की कीमतें ऊपर जाती हैं, तो उसे बुल मार्केट कहते हैं. निवेशकों को उम्मीद होती है कि आने वाले समय में शेयर और बेहतर प्रदर्शन करेंगे.

  बुल मार्केट क्या है?

जब शेयर बाजार में गिरावट आती है और निवेशक नेगेटिव ट्रेंड की उम्मीद करते हैं, तो इसे बियर मार्केट कहा जाता है. इसमें निवेशक कम जोखिम लेना पसंद करते हैं.

 बियर मार्केट का मतलब

जब कोई ट्रेडर अपनी ट्रेडिंग पोजिशन को बंद करता है, उसे स्क्वेयर ऑफ कहा जाता है. लॉन्ग पोजिशन स्क्वेयर ऑफ करने के लिए शेयर बेचा जाता है और शॉर्ट के लिए खरीदा जाता है.

  स्क्वेयर ऑफ क्या होता है?

OHLC का मतलब है Open, High, Low और Close. यह चार डेटा पॉइंट किसी शेयर के दिनभर के व्यवहार को दिखाते हैं – कब खुला, कितना चढ़ा, कितना गिरा और कहां बंद हुआ.

  OHLC का फुल फॉर्म और मतलब

किसी शेयर का वॉल्यूम दर्शाता है कि उस दिन कितनी बार और कितनी मात्रा में वह शेयर खरीदा-बेचा गया. ज्यादा वॉल्यूम शेयर की एक्टिविटी को दर्शाता है.

  वॉल्यूम का मतलब

बाजार में उतार-चढ़ाव की सीमा तय करने के लिए स्टॉक एक्सचेंज कीमत की एक सीमा तय करता है. ऊपरी सीमा को अपर सर्किट और निचली सीमा को लोअर सर्किट कहा जाता है. से नेट गेन कम होगा और टैक्स की रकम घटेगी.

  अपर सर्किट और लोअर सर्किट

जब कंपनी अपने मुनाफे का हिस्सा निवेशकों को देती है, उसे डिविडेंड कहा जाता है. यह अतिरिक्त आमदनी होती है जो शेयर की कीमत से अलग होती है.

  डिविडेंड क्या होता है?

ऐसे सस्ते शेयर जिनकी कीमत 1 रुपये से 20 रुपये के बीच होती है, उन्हें पेनी स्टॉक्स कहते हैं. इनकी वैल्यू कम होती है, लेकिन रिस्क हाई होता है.

  पेनी स्टॉक का मतलब