11 /10/2025
दिवाली का त्योहार खुशियों और खर्चों दोनों को साथ लाता है. अगर आप इस बार ज्यादा जोश के साथ त्योहार मनाने की सोच रहे हैं लेकिन बजट थोड़ा तंग है, तो पर्सनल लोन लेना एक आसान विकल्प लग सकता है. लेकिन जल्दीबाजी में फैसला लेने से पहले कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना जरूरी है.
सबसे पहले समझिए कि खर्च वाकई जरूरी है या सिर्फ शौक का हिस्सा है. अगर घर में जरूरी रिपेयर का काम है तो लोन लेना समझदारी हो सकती है. लेकिन सिर्फ सजावट या नए फर्नीचर के लिए लोन लेना आर्थिक बोझ बढ़ा सकता है.
जरूरत या शौक? पहले तय करें
पर्सनल लोन बिना किसी गारंटी के मिलता है, इसलिए इसका ब्याज दर आमतौर पर ज्यादा होता है. इसलिए अलग-अलग बैंक या NBFC से ब्याज दर और शर्तें जरूर तुलना करें. इससे आप EMI बोझ को कम कर सकते हैं.
ब्याज ज्यादा होता है
लोन लेने से पहले यह भी सोचें कि इसका असर आपके आने वाले आर्थिक लक्ष्यों पर तो नहीं पड़ेगा. अगर आप कुछ महीनों बाद कार या घर के लिए लोन लेने वाले हैं, तो अभी नया लोन लेना आपकी क्रेडिट क्षमता को प्रभावित कर सकता है.
फाइनेंशियल गोल्स पर असर न पड़े
कई बार खर्च ऐसा होता है जिसे कुछ समय टालकर बचत से पूरा किया जा सकता है. अगर खर्च जरूरी नहीं है, तो कुछ महीनों तक बचत करें और फिर खरीदारी करें. इससे ब्याज का बोझ नहीं बढ़ेगा.
थोड़ा इंतजार करें
अगर पैसा वाकई तुरंत चाहिए, तो बड़ी रकम के बजाय कम राशि का लोन लें जिसे आप 6 महीने में आसानी से चुका सकें. इससे क्रेडिट स्कोर पर भी असर नहीं पड़ेगा और आर्थिक दबाव भी नहीं बढ़ेगा.
शॉर्ट-टर्म लोन लें
दिवाली शॉपिंग के लिए लोन लेना आसान है, लेकिन समझदारी इसी में है कि पहले अपनी जरूरत और आर्थिक स्थिति का आकलन करें. सोच-समझकर लिया गया फैसला त्योहार की खुशियों को बढ़ाएगा, बोझ नहीं.
सोच समझकर लें लोन