23 July 2025
VIVEK SINGH
Henley Passport Index 2025 में भारत 85वें से 77वें स्थान पर पहुंच गया है. अब भारतीय पासपोर्ट धारक 59 देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं. यह बीते सालों में सबसे बड़ी उछाल है.
सिंगापुर ने एक बार फिर टॉप रैंक हासिल की है. इसके पासपोर्ट से 193 देशों में वीजा-फ्री या वीजा-ऑन-अराइवल एंट्री मिलती है. मजबूत डिप्लोमेसी और ग्लोबल पार्टनरशिप इसका कारण हैं.
नंबर 1 पर सिंगापुर
दोनों एशियाई ताकतें 190 देशों की वीजा-फ्री एंट्री के साथ दूसरे स्थान पर हैं. उनकी विदेशी नीतियां, आर्थिक स्थिरता और वैश्विक सहयोग उन्हें टॉप पर बनाए रखती हैं.
जापान और साउथ कोरिया
जर्मनी, फ्रांस, स्पेन समेत 7 यूरोपीय देशों को 189 देशों में वीजा-फ्री सुविधा मिलती है. EU की एकीकृत नीति और स्थिर राजनीतिक व्यवस्था इसका आधार हैं.
तीसरे स्थान पर 7 देश
188 देशों में बिना वीजा यात्रा की सुविधा देने वाले ये देश अपने पारदर्शी प्रशासन, मजबूत अर्थव्यवस्था और वैश्विक साझेदारी के चलते इस स्थान पर हैं.
7 देश चौथे स्थान पर
187 देशों की वीजा-फ्री एक्सेस के साथ ये देश अपने नागरिकों को उच्च यात्रा स्वतंत्रता देते हैं. खासकर स्विट्जरलैंड की न्यूट्रल डिप्लोमेसी इसकी ताकत है.
पांचवें स्थान पर ये देश
यूके पासपोर्ट 186 देशों में बिना वीजा पहुंच की सुविधा देता है. ब्रेक्ज़िट के बावजूद देश की पुरानी राजनयिक ताकत और संबंध अब भी प्रभावी हैं.
UK छठे स्थान पर
अमेरिका का पासपोर्ट 182 देशों में यात्रा की अनुमति देता है. हालांकि कुछ सख्ती बढ़ी है, लेकिन आर्थिक ताकत और वैश्विक प्रभाव के कारण यह अभी भी टॉप-10 में बना हुआ है.
USA अब 10वें स्थान पर