कितनी बार ले सकते हैं  टॉप अप लोन? जानें नियम

19 July 2025

VIVEK SINGH

टॉप अप लोन एक अतिरिक्त पर्सनल या होम लोन होता है, जो मौजूदा लोन के ऊपर लिया जाता है. इसमें ब्याज दर कम होती है और आमतौर पर किसी अतिरिक्त गारंटी या सिक्योरिटी की जरूरत नहीं होती.

  क्या है टॉप अप लोन?

जब आप अपने मौजूदा लोन की कुछ ईएमआई समय पर चुका चुके होते हैं (जैसे 6-12 महीने), तब बैंक टॉप अप लोन की पात्रता पर विचार करते हैं. इससे आपको एक नई लोन राशि मिलती है.

  कब लिया जा सकता है टॉप अप लोन?

टॉप अप लोन की राशि आपकी टेक होम सैलरी, मौजूदा EMI और संपत्ति की वैल्यू (अगर होम लोन है) पर निर्भर करती है. आमतौर पर यह पहले से चल रहे लोन का 40-50% तक हो सकता है.

  कैसे तय होती है लोन राशि?

आप होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन जैसे मौजूदा लोन पर टॉप अप ले सकते हैं. इसमें फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट और बैंक द्वारा तय की गई अवधि में रीपेमेंट करना होता है.

  कौन-कौन से लोन पर मिल सकता है टॉप अप?

इस लोन का इस्तेमाल आप पर्सनल जरूरतों, बिजनेस, बच्चों की पढ़ाई या मेडिकल इमरजेंसी के लिए कर सकते हैं. अगर आप इसे होम रेनोवेशन में खर्च करते हैं तो टैक्स छूट भी मिल सकती है.

  किन कामों में कर सकते हैं इस्तेमाल?

बैंक आपके मौजूदा लोन के रीपेमेंट रिकॉर्ड, ब्याज, लोन बैलेंस और क्रेडिट स्कोर देखकर टॉप अप लोन की मंजूरी देते हैं. प्रोसेसिंग आसान और अक्सर डॉक्युमेंट-फ्री होता है.

  कैसे होता है प्रोसेसिंग?

टॉप अप लोन के बाद आपका पुराना लोन और नया टॉप अप लोन मर्ज कर दिए जाते हैं. अब नई कुल राशि पर नई EMI बनती है जो एक ही डेट को चुकानी होती है.

  EMI में कैसे आता है बदलाव?

अगर आप बार-बार टॉप अप ले रहे हैं और खर्चों को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं, तो यह आपके लिए रिस्की हो सकता है. फाइनेंशियल प्लानिंग किए बिना अतिरिक्त लोन फाइनेंशियल बोझ बढ़ा सकता है.

  कब ना लें टॉप अप लोन?