13 July 2025
Satish Vishwakarma
आजकल हर किसी का दिमाग लगातार किसी न किसी चीज में उलझा रहता है. मोबाइल की नोटिफिकेशन, काम का दबाव और भागदौड़ भरी जिंदगी ने हमें थका दिया है. ऐसे में दिमाग को थोड़ा सुकून और आराम देने का सबसे बढ़िया तरीका है मेडिटेशन.
एक समय में इसे सिर्फ आध्यात्मिक प्रैक्टिस माना जाता था, लेकिन अब साइंस भी मानता है कि मेडिटेशन दिमाग के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. तो आइए जानते हैं कि मेडिटेशन किस तरह से हमारे दिमाग को तेज, शांत करता है.
मेडिटेशन के लाभ
हमारे आसपास इतनी चीजें चल रही होती हैं कि ध्यान लगाना मुश्किल हो जाता है. लेकिन मेडिटेशन से दिमाग को सिखाया जाता है कि वो एक समय में सिर्फ एक चीज पर ध्यान दे. इससे ध्यान केंद्रित करने की ताकत बढ़ती है.
ध्यान बढ़ाएं और फोकस करे मजबूत
चिंता और तनाव आज के समय की आम समस्या है. लेकिन मेडिटेशन इन हालातों में दिमाग को शांत करने में मदद करता है. ये हमारे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन 'कॉर्टिसोल' को कम करता है और दिमाग के उस हिस्से को शांत करता है.
स्ट्रेस और एंग्जायटी से दिलाए राहत
मेडिटेशन से दिमाग के उस हिस्से को फायदा होता है जो याददाश्त और सीखने के लिए जरूरी है, जिसे हिप्पोकैम्पस कहते हैं. इससे पढ़ाई हो या काम, दोनों में मदद मिलती है.
यादाश्त में करता है सुधार
कई बार जब हम सबसे रिलैक्स होते हैं तभी कोई बढ़िया आइडिया आता है. मेडिटेशन उसी रिलैक्स मोड को एक्टिव करता है. इससे दिमाग नई चीजों को सोचने के लिए ज़्यादा फ्री होता है और बेहतर सॉल्यूशन निकालता है.
सॉल्यूशन ढ़ूंढ़ने में करे मदद
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे दिमाग की ताकत भी घटती जाती है. लेकिन मेडिटेशन इस प्रक्रिया को धीमा कर सकता है. इसके अलावा यह BDNF नाम का एक प्रोटीन बढ़ाता है जो नई न्यूरल सेल्स को बनाने में मदद करता है.
दिमागी कमजोरी को करे दूर