SME IPO Rule Change: NSE ने SME कंपनियों के मेनबोर्ड में शिफ्टिंग के नियम क्यों सख्त किए?

SME (स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) कंपनियों को लेकर अब शेयर बाजार में और अधिक पारदर्शिता और गुणवत्ता का समय आ गया है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने SME प्लेटफॉर्म से मेनबोर्ड में शिफ्ट होने वाली कंपनियों के लिए पात्रता मानदंडों को और सख्त बना दिया है. ये नए नियम 1 मई 2025 से लागू होंगे. NSE का मानना है कि इन नियमों से उन कंपनियों की क्वालिटी को सुनिश्चित किया जा सकेगा जो SME से मेनबोर्ड की ओर बढ़ना चाहती हैं.

अब कंपनियों को मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, कॉर्पोरेट गवर्नेंस के मानक, शुद्ध मूल्य और न्यूनतम सार्वजनिक होल्डिंग जैसी शर्तें पूरी करनी होंगी. इसके अलावा, कंपनियों के ट्रैक रिकॉर्ड और प्रमोटरों की विश्वसनीयता को भी ध्यान में रखा जाएगा. SEBI की इस पहल का मकसद निवेशकों के हितों की रक्षा करना और बाजार में स्पेकुलेटिव गतिविधियों को कम करना है. यह कदम उन रिटेल निवेशकों के लिए खास अहम है, जो SME शेयरों में बढ़ती दिलचस्पी के चलते जोखिम में पड़ सकते हैं.