म्‍युचुअल फंड समाचार

900 अरब डॉलर के भारतीय म्यूचुअल फंड मार्केट अपनी मौजूदगी बढ़ाएगी स्टेट स्ट्रीट, पेश करेगी ग्लोबल ETF

अमेरिकी निवेश प्रबंधन कंपनी स्टेट स्ट्रीट इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट भारत के 900 अरब डॉलर के म्यूचुअल फंड मार्केट में हिस्सेदारी बढ़ाने तैयारी में है. कंपनी भारतीय पार्टनर के साथ डाटा-ड्रिवन इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी विकसित करेगी और ग्लोबल ETF पोर्टफोलियो पेश करेगी.

IIHL ने Invesco एसेट मैनेजमेंट में खरीदी 60% हिस्‍सेदारी, नए निवेशकों के लिए कंपनी छोटे शहरों का करेगी रुख

हिंदुजा ग्रुप की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL) ने इनवेस्को के साथ मिलकर भारत के एसेट मैनेजमेंट सेक्टर में नई शुरुआत की है. IIHL ने इनवेस्को एसेट मैनेजमेंट इंडिया में 60 pct हिस्सेदारी खरीदी है. यह साझेदारी छोटे शहरों तक निवेश पहुंचाने और वित्तीय सेवाओं के विस्तार की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है.

नवंबर में निवेशकों की होगी चांदी! एक साथ खुले हैं 5 नए Mutual Fund ऑफर, जानें कौन-सा NFO किसके लिए

नवंबर महीना म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए खास होने वाला है. इस महीने Axis, Kotak, Groww और Zerodha जैसी कंपनियां अपने नए फंड ऑफर (NFOs) लॉन्च कर रही हैं. ये स्कीम्स निवेशकों को नए सेक्टर और इंडेक्स में निवेश का सुनहरा मौका दे रही हैं.

2025 में निवेश का नया मंत्र: मल्टी-एसेट और हाइब्रिड फंड से पाएं कम जोखिम में बेहतर रिटर्न!

अगर आप 2025 में अपने निवेश को ज़्यादा संतुलित और सुरक्षित बनाना चाहते हैं, तो मल्टी-एसेट और हाइब्रिड फंड्स आपके पोर्टफोलियो के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं. ये फंड्स अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश कर जोखिम को कम करते हैं और हर तरह के बाजार हालात में स्थिर रिटर्न पाने का मौका देते हैं.

Nvidia की रिकॉर्ड वैल्यूएशन से इन भारतीय MF की चांदी, झोंक रखे हैं करोड़ों रुपये; क्या आपके पोर्टफोलियो में है शामिल?

एनविडिया ने 5 ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप का आंकड़ा छूकर नया इतिहास रचा है. कंपनी के शेयरों में आई इस जबरदस्त तेजी से भारतीय म्यूचुअल फंड्स को भी बड़ा फायदा हुआ है, क्योंकि कई घरेलू फंड्स ने एनविडिया में भारी निवेश कर रखा है.

पिछले 5 साल में पैसा हुआ 3 गुना, इन 7 फंड्स का जलवा, जानें लिस्ट का असली बाजीगर कौन?

इन फंडों को कम से कम 35 फीसदी निवेश Large Cap शेयरों में और 35 फीसदी निवेश Mid Cap शेयरों में करना जरूरी होता है. बाकी 30 फीसदी हिस्सा फंड मैनेजर अपनी रणनीति के हिसाब से कहीं भी निवेश कर सकता है. यानी ये फंड बड़े शेयरों की स्थिरता और मिड-कैप के ग्रोथ पोटेंशियल दोनों का फायदा एक साथ देते हैं.

Mutual Fund में निवेश करना हो सकता है सस्ता, ब्रोकरेज फीस घटाने की तैयारी में SEBI; नए साल से पहले मिल सकता है तोहफा

Mutual Fund: सेबी ने म्यूचुअल फंड को और बेहतर बनाने के लिए एक नया कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. सेबी की कोशिश है कि निवेशकों को फीस और खर्च के बारे में पूरी जानकारी मिले और म्यूचुअल फंड पर उनका भरोसा पहले से अधिक मजबूत हो. रेगुलेटर ने 17 नवंबर तक लोगों से इस बारे में राय मांगी है.

SEBI ने म्यूचुअल फंड्स को Pre-IPO में निवेश से रोका, सिर्फ एंकर बुक या पब्लिक इश्यू में निवेश की इजाजत

SEBI ने म्यूचुअल फंड्स को Pre-IPO प्लेसमेंट्स में निवेश करने से रोक दिया है. अब ये केवल एंकर बुक या पब्लिक इश्यू में ही निवेश कर सकते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक सेबी का यह फैसला अनलिस्टेड शेयरों के जोखिम से निवेशकों की सुरक्षा के लिए है.

6 महीने में 23% तक रिटर्न, डिफेंस सेक्टर में म्यूचुअल फंड्स का बूम; मात्र ₹100 से शुरू कर सकते हैं निवेश

भारत का डिफेंस सेक्टर निवेशकों के लिए नई ऊंचाइयों पर है. HDFC Defence Fund, Motilal Oswal Defence Index Fund और Aditya Birla Sun Life Defence Fund जैसे फंड्स ने पिछले छह महीनों में 23 फीसदी तक रिटर्न दिया है. निवेशक अब पारंपरिक इक्विटी फंड्स से हटकर थीमैटिक डिफेंस फंड्स को निवेश का नया साधन मान रहे हैं.

फिक्स्ड इनकम म्यूचुअल फंड्स में भारी निकासी, सितंबर में 1.02 लाख करोड़ का आउटफ्लो, जानें- क्या है वजह

Mutual Funds Outflow: समीक्षाधीन महीने के दौरान 16 डेट कैटेगरी में से 12 में नेट आउटफ्लो देखा गया. निकासी का बड़ा हिस्सा लिक्विड, मनी मार्केट और अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स जैसी कैटेगरीज में देखने को मिली है. डेट कैटेगरी में लिक्विड फंड श्रेणी में सबसे अधिक निकासी हुई.