शेयर मार्केट न्यूज

IndiGo के उड़ान में आई तेजी, CEO के बयान के बाद शेयरों में उछाल; Elara Capital का दावा 15% देगा फायदा

CEO पीटर एल्बर्स के मुताबिक, अब कंपनी तीन अहम बातों पर ध्यान दे रही है. पहला सिस्टम की मजबूती बढ़ाना, दूसरा पूरे घटनाक्रम की जड़ तक जाकर जांच करना, और तीसरा भविष्य में ऐसी दिक्कत दोबारा न आए इसके लिए सिस्टम को फिर से तैयार करना. उन्होंने कहा कि रिकवरी के बाद IndiGo आगे की रणनीति पर फोकस कर रही है.

BMC से ठेका मिलते ही 17% चढ़े इस कंपनी के शेयर, कंपनी करती है कचरा मैनेजमेंट का काम

शेयर बाजार में एक मिडकैप स्टॉक ने अचानक निवेशकों का ध्यान खींच लिया है. लंबे समय से दबाव में रहा यह शेयर एक बड़ी कारोबारी सफलता के बाद चर्चा में आ गया. आने वाले सालों में कंपनी की कमाई और स्थिरता को लेकर नए संकेत मिले हैं.

इन 2 कंपनियों के प्रमोटर गिरवी रख रहे शेयर, नवंबर में 20% तक बढ़ाया हिस्‍सा, क्‍या शेयरों पर पड़ेगा दबाव

वैसे तो अक्‍सर प्रमोटर कंपनी में मौजूद अपने शेयरों को गिरवी लेकर लोन लेते हैं, मगर कई बार ये शेयरों पर दबाव भी डाल सकते हैं. आज हम आपको 2 ऐसी कंपनियों के बारे में बताएंगे, जिनके प्रमोटरों ने पहले के मुकाबले अपने गिरवी रखें शेयरों की हिस्‍सेदारी बढ़ा दी है, तो कौन-से हैं वो स्‍टॉक्‍स आइए जानते हैं.

Sebi के फैसले से झूम उठे म्‍यूचुअल फंड स्‍टॉक्‍स, दिखी 6 फीसदी तक की तेजी; इंवेस्‍टर्स को होंगे ये फायदे

एक अहम बदलाव यह है कि अब Total Expense Ratio ( TER ) की जगह Base Expense Ratio लागू किया गया है. GST, स्टांप ड्यूटी, STT, CTT जैसे टैक्स और अन्य वैधानिक शुल्क BER के बाहर रहेंगे और अलग से दिखाए जाएंगे. BER में सिर्फ फंड लेवल के खर्च जैसे मैनेजमेंट फीस, डिस्ट्रीब्यूशन ब्रोकरेज और RTA चार्ज शामिल होंगे.

बाजार गिरा, सेंसेक्स 150 अंकों से ज्यादा फिसला, ऑटो शेयर पटरी से उतरे; एक्सपर्ट ने बताया निफ्टी का ये लेवल

निफ्टी पर टीसीएस, श्रीराम फाइनेंस, एसबीआई, टेक महिंद्रा और मैक्स हेल्थकेयर के शेयरों में खरीदारी देखने को मिली. दूसरी ओर टाटा स्टील, एनटीपीसी, मारुति सुजुकी, कोटक महिंद्रा बैंक और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के शेयर दबाव में रहे. अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो ऑटो शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली रही.

CDSL, NSDL, CAMS, या KFin, Toll Booth मॉडल का साइलेंट विनर कौन; बाजार गिरे या उठें नहीं पड़ता फर्क, जानें कैसे

शेयर बाजार में कुछ कंपनियां ऐसी होती हैं जिनकी कमाई शेयर की कीमतों से नहीं, बल्कि हर लेनदेन से जुड़ी होती है. इसे Toll Booth मॉडल कहा जाता है. जैसे हाईवे पर हर गाड़ी से टोल लिया जाता है, वैसे ही CDSL, NSDL, CAMS और KFin Technologies हर ट्रेड और निवेश प्रक्रिया से फीस कमाती हैं.

इन 4 शेयरों में खूब हुई बिकवाली, अब आ सकता है रिवर्सल! RSI दे रहा ये संकेत

कुछ बड़े शेयर RSI 30 से नीचे ट्रेड कर रहे हैं और निवेशकों की नजर में आ गए हैं. RSI शून्य से 100 के बीच रहता है और शेयर की तेजी या कमजोरी की रफ्तार को दिखाता है. अगर RSI 70 से ऊपर हो तो शेयर ओवरबॉट माना जाता है और वहां करेक्शन आ सकता है. वहीं RSI 30 से नीचे जाने पर शेयर ओवरसोल्ड माना जाता है और वहां से रिकवरी की उम्मीद बनती है.

इन 3 शेयरों में Bulk Deal की धूम! खरीद-बिक्री तेज, एक शेयर में आई भारी गिरावट, रडार पर रखें स्टॉक्स

बल्क डील निवेशकों को लिए काफी अच्छा हिंट होता है, जिससे शेयर की चाल का पता लगा सकते हैं. बल्क डील से उस शेयर पर अगले दिन ही एक्शन देखने को मिलता है. हाल ही में कुछ जाने-मानें निवेशकों ने खरीद और बिक्री के जरिए हिस्सेदारी में बदलाव किया है, जिसके चलते ये शेयर फोकस में आ गए हैं.

52 वीक हाई से 65% तक टूटे ये 2 स्‍टॉक्‍स, फिर भी आशीष कचोलिया का भरोसा कायम, लगा है दांव, क्‍या बनेंगे मनी मशीन

दिग्‍गज निवेशक आशीष कचोलिया के पोर्टफोलियो में शामिल 2 स्‍टॉक्‍स आजकल सुर्खियों में हैं, क्‍योंकि ये अपने ऑल टाइम हाई से काफी नीचे ट्रेड कर रहे हैं. मगर इसके बावजूद कचोलिया ने इन्‍हें अपने चहेते स्‍टॉक्‍स की लिस्‍ट में बरकरार रखा है. तो क्‍या लॉन्‍ग टर्म में शेयर कमाल करेंगे, इसके लिए इन पर नजर बनाए रखें.

इस फेमस शेयर पर Jefferies बुलिश, दिया ₹900 का टारगेट, लिस्टिंग हाई से नीचे ट्रेड कर रहा स्टॉक

HDB Financial ने 2 जुलाई को Dalal Street पर एंट्री की थी. कंपनी का 12,500 करोड़ रुपये का IPO 740 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आया था. करेक्शन के बावजूद स्टॉक पिछले एक महीने में करीब 3 फीसदी ऊपर है. Jefferies का कहना है कि पोस्ट लिस्टिंग हाई से आई गिरावट ने स्टॉक में आगे की तेजी की गुंजाइश बना दी है.