इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने आयकर के स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ाने और मुकदमेबाजी को घटाने के लिए विशेष आउटरीच
बिजनेस में तैयारी ही सब कुछ है, खासतौर पर जब बात प्रॉपर्टी की सुरक्षा की हो. इसलिए, यह कहना गलत नहीं होगा कि ज्यादातर
जीवन बीमा कंपनियों के पास वित्त वर्ष2024 की शुरूआत में लगभग 22, 237 करोड़ रुपये पर कोई दावा करने वाला नहीं था. इसके लिए
हाल के दिनों में कई ऐसे मामले सामने आएं जब लोगों का स्वास्थ्य बीमा क्लेम कंपनियों द्वारा खारिज कर दिया जाता है.
हेल्थ इंश्योरेंस अब लोगों की जरूरतों में शुमार है. बढ़-चढ़ कर लोग तमाम हेल्थ पॉलिसी के साथ खुद को और अपने परिवार को
हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस के डाटा से लोगों की मौत के कारणों से जुड़े कुछ खास पैटर्न उभरकर सामने आए हैं. इन डाटा
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में निवेश करने के बाद बहुत से निवेशक पैसा लेना भूल गए हैं. पॉलिसी की मैच्योरिटी पूरा होने
अगर आप शराब पीते हैं, ज्यादा, कम या कभी-कभी और फैटी लिवर या लिवर डैमेज को लेकर आपको कोई शिकायत है तो आपको इससे जुड़े
Bengaluru Techie Atul Subhash: बेंगलुरू के इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने पूरे देश को हिला दिया है. अब यह बहस छिड़ गई है कि क्या
बीमा लेना एक सुरक्षा कवच की तरह होता है लेकिन यह हमेशा गारंटी नहीं देता कि आपका बीमा क्लेम पास हो जाएगा. कभी-कभी