अनलिस्टेड कंपनियों में लगेगा, आपके बीमा का पैसा?
भारत के बीमा क्षेत्र में निवेश से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव संभव है. देश की बीमा कंपनियां, जो सामूहिक रूप से 70 लाख करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी का प्रबंधन करती हैं, भविष्य में सीधे अनलिस्टेड कंपनियों में निवेश कर सकेंगी. इसके लिए केंद्र सरकार एक प्रस्तावित विधेयक लाने की तैयारी में है, जिसे संसद की मंजूरी मिलना अभी बाकी है. फिलहाल बीमा कंपनियों पर निवेश को लेकर कड़े एक्सपोज़र प्रतिबंध लागू हैं, ताकि पॉलिसीधारकों की बचत सुरक्षित रहे. लेकिन नए बिल के जरिए इन सीमाओं को हटाने या नरम करने का प्रस्ताव है. सरकार का मानना है कि इससे बीमा क्षेत्र को बेहतर रिटर्न के अवसर मिलेंगे और साथ ही स्टार्टअप्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और उभरती कंपनियों को दीर्घकालिक पूंजी उपलब्ध हो सकेगी.
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर यह बदलाव लागू होता है तो बीमा कंपनियां भारत की अर्थव्यवस्था में लंबी अवधि के निवेशक के रूप में और मजबूत भूमिका निभा सकेंगी, हालांकि जोखिम प्रबंधन और निगरानी को लेकर नियामकों की जिम्मेदारी भी बढ़ेगी.




