Tejaswita Upadhyay

तेजस्विता उपाध्याय वर्तमान में मनी 9 में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं. बिजनेस, जेंडर और ह्यूमन राइट्स सेंगमेंट पर इनकी मजबूत पकड़ है. इसके अलावा हाशिये पर खड़े हर समुदाय पर रिपोर्ट करना इनका जज्बा है. इससे पहले यह क्विंट हिंदी, गांव कनेक्शन और स्पैन कम्यूनिकेशन जैसे संस्थानों में अहम पद पर रह चुकी हैं. इनका लगाव संगीत, साहित्य और नृत्य से है. तेजस्विता की एक स्टोरी, 'We The Change' को जेंडर सेंसिटिविटी के लिए 2024 के लाडली मीडिया अवार्ड्स में ज्यूरी एप्रीशिएशन सिटेशन से सम्मानित किया गया है.

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Tejaswita Upadhyay

कीमती धातुओं के बाजार में इस हफ्ते अचानक एक ऐसा बदलाव दिखा जिसने निवेशकों और खरीदारों दोनों को चौंका दिया. कीमतें तेजी से ऊपर गईं और इसका असर घरेलू बाजार के भाव पर साफ दिखा. आगे यह रुझान किस दिशा में जाएगा.

एक बड़े कारोबारी समूह से जुड़ा मामला इस हफ्ते फिर सुर्खियों में छाया रहा. जांच एजेंसियों की ताजा कार्रवाई ने केस के दायरे और गहराई दोनों को बढ़ा दिया है. अब बाजार, निवेशक और कानूनी हलके सभी इस पर नजर रखे हुए हैं कि आगे जांच किस दिशा में जाती है.

भारत और रूस की शीर्ष स्तरीय बैठक में कुछ ऐसे फैसले लिए गए जिन्होंने द्विपक्षीय संबंधों की दिशा को नया रूप दे दिया. व्यापक क्षेत्रों में सहयोग की बात हुई और अब निगाहें इस बात पर हैं कि इन फैसलों का असर वास्तविक व्यापार और नीति स्तर पर कैसे दिखेगा.

देश के विमानन क्षेत्र में इस हफ्ते कुछ ऐसा हुआ जिसने यात्रियों, एयरलाइंस और नियामकों को एक साथ सतर्क कर दिया. अचानक बदलाव से हजारों लोग प्रभावित हुए और अब सवाल है कि आने वाले दिनों में संचालन कैसे संभाला जाएगा. यह रिपोर्ट बताएगी कि हालात क्यों बिगड़े.

इस हफ्ते बाजार में एक ऐसी हलचल दर्ज हुई जिसने निवेशकों का ध्यान तेजी से आकर्षित किया. कुछ बड़े इश्यूज में बोली का रुख उम्मीद से बेहतर रहा और ट्रेडर्स इसे संकेत मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में IPO बाजार का मूड दिलचस्प रह सकता है. लेकिन असली तस्वीर अब लिस्टिंग पर सामने आएगी.

देश के वित्तीय बाजारों में इस हफ्ते एक ऐसा घटनाक्रम हुआ जिसने निवेशकों और आम लोगों दोनों का ध्यान खींच लिया. नीति घोषणा के बाद बाजार की दिशा अचानक बदली और विशेषज्ञ इसे आने वाले हफ्तों के संकेत के रूप में देख रहे हैं.

रियल एस्टेट बाजार में एक बड़ा बदलाव होले से आकार ले रहा है. नई ब्याज दरों और निवेश माहौल ने खरीदारों और डेवलपर्स की उम्मीदों को अचानक बदल दिया है. विशेषज्ञों के मुताबिक इसका असर आने वाले महीनों में खुलकर दिखाई देगा, लेकिन कैसे और कब, यह कहानी बताएगी.

सरकार की एक अहम वित्तीय चाल ने बैंकिंग सेक्टर में हलचल मचा दी है. बड़े घरेलू और विदेशी खिलाड़ी चुपचाप सक्रिय हैं, और दांव पर है हजारों करोड़ का नियंत्रण. यह कहानी बताएगी कि किस दिग्गज की नजर इस मौके पर है और आगे तस्वीर कैसे बदल सकती है.

विद्या वायर्स के आईपीओ में दूसरे ही दिन जोरदार मांग देखने को मिली, रिटेल निवेशक सबसे ज्यादा सक्रिय रहे. कंपनी की विस्तार योजनाओं और बाजार क्षमता ने निवेशकों को आकर्षित किया है. आगे इस इश्यू की प्रगति और निवेशकों की रुचि क्या दिशा दिखाएगी, पूरी रिपोर्ट पढ़ें.

दिल्ली के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना-चांदी दोनों फिसले, लेकिन इसका असर सिर्फ कीमतों तक सीमित नहीं है. वैश्विक संकेत, अमेरिकी नीति उम्मीदें और निवेशकों के व्यवहार ने बाजार में नई हलचल पैदा की है. आगे क्या? पूरी रिपोर्ट जानिए यहां.