रियल एस्टेट समाचार

मकान या फ्लैट खरीदते समय न करें हड़बड़ी, इन बातों का रखें ध्यान वरना बाद में पड़ेगा पछताना

अपना घर खरीदना किसी सपने के सच होने जैसे होता है इसलिए घर खरीदते समय हड़बड़ी नहीं करनी चाहिए. लोग कभी-कभी जल्दबाजी में ऐसी डील कर लेते हैं जिससे बाद में उन्हें पछताना पढ़ता है .अगर आप भी घर खरीदने के बाद कोर्ट-कचहरी के चक्कर नहीं काटना चाहते हैं . तो आपको भी इन बातों का ध्यान रखकर ही निवेश करना चाहिए.

क्या रियल एस्टेट सचमुच मिडिल क्लास का सबसे सुरक्षित निवेश, या बढ़ती कीमतें बना रही हैं इसे सिर्फ अमीरों का खेल

तेजी से बढ़ती हाउसिंग प्राइस ने घर खरीदना मिडिल क्लास के लिए मुश्किल बना दिया है. अब प्रॉपर्टी लेना अमीर वर्ग के लिए आसान और आम परिवारों के लिए लगभग असंभव होता जा रहा है. ऐसे में सवाल यह भी है कि जब शेयर बाजार और रियल एस्टेट दोनों महंगे हैं, तो आम परिवारों को किस दिशा में निवेश करना चाहिए.

DDA दिल्‍ली में लाई जन साधारण आवास योजना, 9.18 लाख से शुरू है घर की कीमत; 11 सितंबर से रजिस्‍ट्रेशन शुरू

दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने ‘Jan Sadharan Awaas Yojana 2025’ लॉन्च की है, जिसके तहत आउटर दिल्ली में 1,172 फ्लैट उपलब्ध कराए जाएंगे. इस योजना में EWS और जनता कैटेगरी के लिए किफायती घर शामिल हैं. नरेला, रोहिणी, लोकनायकपुरम, द्वारका और अन्य क्षेत्रों में फ्लैटों का आवंटन पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होगा. फ्लैटों की कीमत 9.18 लाख रुपये से 32.62 लाख रुपये तक है.

गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक बनेगा 568 KM लंबा एक्सप्रेसवे, यूपी-बिहार और बंगाल को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी, 39 हजार करोड़ होगा खर्च

गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से सफर आसान और फर्राटेदार होगा, 568 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को केंद्र से मंजूरी मिल गई है. इस प्रोजेक्ट पर करीब 39 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक बनने वाले छह लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट जमीन पर रूप लेने लगा है.

कश्मीरी गेट से लेकर कालका जी तक दिल्ली की सड़कों की बदलेगी सूरत, केंद्र ने मंजूर किए 800 करोड़

इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों की प्रमुख सड़कें शामिल हैं. इनमें नॉर्थ, ईस्ट, नॉर्थईस्ट, शाहदरा, सेंट्रल और वेस्ट दिल्ली के इलाके प्रमुख हैं. इस प्रोजेक्ट के लिए खासतौर पर वे सड़कें चुनी गई हैं, जहां रोजाना भारी ट्रैफिक रहता है और जहां से लाखों लोग सफर करते हैं.

पूर्वी भारत में माल परिवहन को मिलेगी नई दिशा, रक्सौल से हल्दिया तक एक्सप्रेसवे का निर्माण तेज

719 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ते हुए भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल को हल्दिया बंदरगाह से जोड़ेगा. इस प्रोजेक्ट का डीपीआर मंजूर हो चुका है.

CIBL स्कोर बचाना है? तो जान लें UPI ऑटोपे के ये खास नियम, अब मिस नहीं होगी कोई EMI! 

अगर आपके फोन में पैसे कम होने की वजह से आपकी OTT सब्सक्रिप्शन रुक गई हो, EMI मिस हो गई हो, या इंश्योरेंस प्रीमियम लैप्स हो गया हो, तो हैरान ना हों. आप अकेले नहीं हैं. हर महीने, सिर्फ लो बैलेंस की वजह से 2 करोड़ से ज़्यादा UPI ऑटोपे मैंडेट फेल हो जाते हैं, […]

34 छोटे शहरों में बनेंगे रिंग रोड, 5 लाख से ज्यादा आबादी वालों को फायदा; लिस्ट में उदयपुर से लेकर अजमेर तक!

जनसंख्या के अनुसार अब महानगरों में 34 नए रिंग रोड का निर्माण होने का प्रस्ताव रखा गया है. इसमें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देशभर के प्रमुख शहरों में 34 नए रिंग रोड परियोजनाएं शुरू करने का निर्णय लिया है. ये योजनाएं पहले से चल रही 36 रिंग रोड परियोजनाओं के पूरे होने में और मदद करेगा.

कब तक पूरा हो जाएगा पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे , 3 घंटे का होगा सफर, इन शहरों को सीधा फायदा!

पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे बनने से पटना से पूर्णिया की दूरी करीब तीन घंटे में पूरी हो सकेगी, फिलहाल सात-आठ घंटे लगते हैं. यह एक्सप्रेसवे बिहार के के 7 जिलों को करेगा कनेक्ट.एक्सप्रेसवे का विकास भारतमाला परियोजना-2 के अंतर्गत किया जाएगा. अगर इसे सभी जरूरी अप्रूवल मिल जाते हैं तो यह परियोजना 2025 के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है.

कहां तक पहुंचा आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे का काम, जाने बिहार के किन जिलों को होगा फायदा!

आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे 2025 के आखिर तक पूरा हो सकता है. इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच कनेक्टिविटी सुधरेगी और कारोबारियों को तेज़ और सस्ती परिवहन सुविधा मिलेगी. इसके शुरू होते ही आसपास के इलाकों में रोजगार, रियल एस्टेट और निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी.