हाई PE ओवरवैल्यूड या हाई ग्रोथ का संकेत? जानिए निवेश से जुड़ा सच

निफ्टी ने हाल ही में 8 में से 5 ट्रेडिंग सेशन में 25000 का स्तर पार किया है, लेकिन इसी बीच बाजार में कुछ कंपनियों के शेयर बेहद महंगे वैल्युएशन पर ट्रेड कर रहे हैं. Piramal Pharma, Jio Financial, Adani Total Gas, Trent, Eternal और MRPL जैसे शेयर अपने इंडस्ट्री PE रेशियो से भी अधिक मूल्य पर हैं.

PE यानी प्राइस टू अर्निंग रेशियो, निवेशकों के लिए अहम संकेत होता है. अगर कोई शेयर ऊंचे PE पर ट्रेड कर रहा है तो यह दो बातें दर्शाता है, या तो कंपनी में भविष्य में तेज ग्रोथ की उम्मीद है, या फिर वह ओवरवैल्यूड हो चुकी है.

Lakshmishree Invest & Securities के HoR Anshul Jain का मानना है कि मौजूदा समय में निवेशकों को यह परखना जरूरी है कि क्या किसी शेयर का ऊंचा PE उसकी फंडामेंटल ग्रोथ से मेल खा रहा है या नहीं. अगर कंपनी की कमाई में ग्रोथ नहीं दिखती, फिर भी PE ऊंचा है, तो यह रिस्क का संकेत है. इसीलिए ऊंचे PE वाले शेयरों में निवेश से पहले सावधानी जरूरी है.