टेलीकॉम सेक्टर पर कई बड़े खुलासे और दावे, क्यों चल रहा जियो और एयरटेल का ही सिक्का
आपने कभी सोचा है कि आपके फोन में सिग्नल सिर्फ जियो, एयरटेल या वोडाफोन आइडिया का ही क्यों आता है? कैसे आपने धीरे-धीरे अपने पुराने सिम, चाहे फिर वो एयरसेल हो, यूनिनॉर हो या फिर BSNL ही क्यों न हो. बल्कि वोडाफोन आइडिया को ही ले लीजिए. भले ही कारोबार में है, लेकिन हालात ये हैं कि कब कंपनी बंद हो जाए किसी को पता नहीं. खैर 2016 के बाद से ही टेलीकॉम सेक्टर में एक बड़ी उथल-पुथल मची हुई है.
कई कंपनियां बंद हो गईं और अब जेहन में ये बात आती है कि आखिर कहां गए ये बड़े-बड़े नाम? और क्या आने वाले वक्त में भारत इंटरनेट की दुनिया का लीडर बन सकता है? ये सवाल छोटे जरूर लगते हैं, लेकिन इनका जवाब भारत के टेलीकॉम सिस्टम की पूरी कहानी बयान करता है.
दरअसल, बेंगलुरु में इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 के एक रोड शो में भारत सरकार के संचार राज्य मंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने टेलीकॉम सेक्टर को लेकर एक के बाद एक कई बड़े खुलासे और दावे किए. उनकी बातों से ये साफ हो गया कि भारत का टेलीकॉम सेक्टर एक बड़े टर्निग प्वाइंट पर खड़ा है. यहां पर जहां दो दिग्गज कंपनियां इस दौड़ में सबसे आगे हैं और एक कंपनी गिरते-पड़ते सरकार के सहारे के भरोसे खड़ी है, तो वहीं एक सरकारी कंपनी को फिर से जिंदा करने की कोशिश चल रही है.