मंत्रालय ने कहा कि एक भारतीय स्टैंडर्ड की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि मौजूदा इंटरनेशनल स्टैंडर्ड या तो आसानी से उपलब्ध नहीं हैं या भारतीय सेनाओं के सामने आने वाले खतरों और ऑपरेशनल स्थितियों के हिसाब से पूरी तरह मेल नहीं खाते.
हर गुजरते महीने के साथ परिवारों के गुजारा करने के लिए संघर्ष करने, मजदूरों की नौकरियां जाने और छोटे बिजनेस बंद होने की नई कहानियां सामने आ रही हैं. राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ती हिंसा के कारण देश गंभीर आर्थिक संकट की कगार पर है.
Banking Stocks Outlook: एलारा कैपिटल के अनुसार, रिस्क-रिवॉर्ड मजबूत कमाई और सही वैल्यूएशन वाले फ्रंटलाइन प्राइवेट बैंकों के पक्ष में झुका हुआ लग रहा है. बेहतर Q3 आउटलुक के बावजूद हमें डिपॉजिट पर कुछ दबाव के पॉइंट्स की उम्मीद है और NIM रिवीजन (FY27 के लिए) का अनुमान है, जिससे कमाई में रिवीजन हो सकता है.
यह तेज अभियान, ऑपरेशन आघात 3.0, साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस द्वारा जिले के संवेदनशील इलाकों में कोऑर्डिनेटेड रेड और चेकिंग के साथ चलाया गया, जिसमें संगठित अपराध, सड़क पर अपराध करने वालों और बार-बार कानून तोड़ने वालों को टारगेट किया गया.
Railway Stock Outlook: लंबे समय से एक ही लेवल पर अटके हुए रेलवे के कुछ शेयर पिछले कुछ दिनों में तूफानी अंदाज में चले हैं, जिससे निवेशकों के मन में अब ये सवाल घूमने लगा है कि क्या ये तेजी लंबे समय तक बनी रहेगी, फिर शॉर्ट टर्म में ही सिमट जाएगी.
Year Ender 2025: टैक्स में कटौती से लेकर फाइनेंशियल सेक्टर में सुधारों और हाल ही में लेबर कोड्स को लागू करने तक, 2025 में फोकस नियमों को आसान बनाने, अपराधों को कम करने, खपत बढ़ाने और देश में निवेश के माहौल को बेहतर बनाने पर था.
OLA Share Target Price: यह स्टॉक सेशन के दौरान 5.4 फीसदी तक चढ़ गया था और इंट्रा-डे में 37.28 रुपये के हाई पर पहुंच गया. हाल के समय में EV स्टॉक में कुछ रिकवरी दिखी है. अब आने वाले दिनों में शेयर की चाल कैसी रह सकती है, आइए एक्सपर्ट से जान लेते हैं.
लेंडर ने एक्सचेंजों को दी गई अपनी फाइलिंग में बताया कि SEFL से जुड़ा बॉरोअर फ्रॉड 1,240.94 करोड़ रुपये था और PSU बैंक ने बकाया राशि के लिए 100 फीसदी प्रोविजन किया है. SREI ग्रुप की वेबसाइट के अनुसार, SREI इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस ने 1989 में इस इंडस्ट्री में कदम रखा था.
डील के बाद, कोफोर्ज का अनुमान है कि FY27 तक कुल रेवेन्यू 2 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा और उसे इनटेंजिबल एसेट्स के अमोर्टाइजेशन के बाद 14 फीसदी का EBIT मार्जिन बनाए रखने की उम्मीद है. इस अधिग्रहण से कोफोर्ज की AI-आधारित सर्विसेज सेगमेंट में मौजूदगी काफी मजबूत होने की उम्मीद है.
यह बदलाव सुधार रिक्वेस्ट की एंड-टू-एंड डिजिटल फाइलिंग को सक्षम करके प्रक्रिया की एफिशिएंसी और पारदर्शिता को बढ़ाता है, साथ ही फिजिकल सबमिशन या पत्राचार पर निर्भरता को भी कम करता है. इस बदलाव से पहले की लंबी प्रक्रिया खत्म हो गई है, जिसमें टैक्सपेयर को सुधार के लिए रिक्वेस्ट मैन्युअल रूप से सबमिट करनी पड़ती थी.