भारत का बड़ा प्लान 3 बिलियन डॉलर से होगी दुश्मन की निगरानी
अप्रैल 2022 में पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से भारत ने अपनी सैटेलाइट-आधारित निगरानी क्षमताओं को तेजी से बढ़ाने का फैसला किया है. सरकार ने तीन निजी कंपनियों – अनंत टेक्नोलॉजीज, सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स और अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजीज को सैटेलाइट विकास की समयसीमा चार साल से घटाकर 12-18 महीने करने का निर्देश दिया है.
रिपोर्ट के अनुसार, नए जासूसी सैटेलाइट अब 2028 के अंत के बजाय 2026 तक तैयार हो जाएंगे. सूत्रों ने बताया कि अनंत टेक्नोलॉजीज द्वारा विकसित एक सैटेलाइट इस साल के अंत तक तैयार हो सकता है. इसे इसरो के लॉन्च व्हीकल मार्क-III (LVM3) या स्पेसएक्स के रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा, जो मिशन की समयसीमा पर निर्भर करेगा. यह कदम भारत की रक्षा और निगरानी क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक पर जोर देता है.