सहारा इंडिया के खिलाफ ईडी का बड़ा एक्शन, 1.74 लाख करोड़ के घोटाले में चार्जशीट दाखिल, जानें पूरा मामला

सहारा इंडिया घोटाला भारत के इतिहास का सबसे बड़ा चिट फंड घोटाला माना जाता है इसमें करीब 1.74 लाख करोड़ रुपये आम लोगों की मेहनत की कमाई फंस गई. सहारा ने गांव-गांव एजेंट भेजकर परिवारों को यह भरोसा दिलाया कि उनकी स्कीमें बैंकों से ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद हैं. ज्यादा ब्याज और पैसा कभी भी निकालने की सुविधा जैसे वादों ने लाखों निवेशकों को अपनी तरफ खिंचा. लेकिन असलियत कुछ और थी. सहारा ने यह पैसा सही ढंग से निवेश करने के बजाय कई संदिग्ध कामों और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में झोंक दिया. जांच में सामने आया कि पारदर्शिता की भारी कमी थी और रिकॉर्ड भी साफ-सुथरे नहीं रखे गए. हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कंपनी और सुब्रत रॉय के परिवार व शीर्ष अधिकारियों पर नई चार्जशीट दाखिल की है. अब बड़ा सवाल यह है कि क्या निवेशकों को कभी अपना पैसा वापस मिलेगा या यह मामला भी अधूरा सपना बनकर रह जाएगा. यह चार्जशीट कोलकाता की प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट की कोर्ट में दाखिल की गई है. इस चार्जशीट में सुब्रतो रॉय की पत्नी सपना, बेटा सुशांतो रॉय, जेपी वर्मा और अनिल अब्राहम जैसे कई अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है. ईडी का कहना है कि सहारा ग्रुप ने निवेशकों से लगभग 1.74 लाख करोड़ रुपये इकट्ठा किए. लेकिन, निवेशकों को उनका पैसा वापस नहीं किया गया.