बाजार के हाहाकार में फंस गए Groww, Zerodha, कौनसा ब्रोकर पास और कौन हुआ फेल?
2025 की शुरुआत में शुरू हुए बाजार में करेक्शन के बीच, अधिकांश डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्मों ने मार्च 2025 तिमाही के दौरान अपने एक्टिव ग्राहक बेस में गिरावट दर्ज की है. चौथी तिमाही में सभी ब्रोकरेज फर्मों का सामूहिक नुकसान करीब 10 लाख एक्टिव ग्राहकों का था. इस अवधि के दौरान किन ब्रोकर्स को अपने क्लाइंट बेस में सबसे अधिक नुकसान हुआ है. साथ ही, क्या ऐसे कोई ब्रोकर्स हैं जिन्हें इस चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान फायदा हुआ है. इस खास वीडियो में जानें कि कौन से ब्रोकर्स विफल हुए हैं या बाजार सुधार के तूफान का सामना किया है.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के अनुसार, चौथी तिमाही में सभी ब्रोकरेज फर्मों का सामूहिक नुकसान 9.62 लाख एक्टिव ग्राहकों से बढ़कर 4.92 करोड़ हो गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 5.02 करोड़ था. इस गिरावट का 80 फीसदी से अधिक हिस्सा चार प्रमुख डिस्काउंट ब्रोकर्स- ग्रो, जीरोधा ब्रोकिंग, एंजेल वन और अपस्टॉक्स सिक्योरिटीज के बीच केंद्रित था. भारत की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म ग्रो ने सबसे अधिक गिरावट दर्ज की, जिसका एक्टिव कस्टमर बेस दिसंबर 2024 तिमाही में 1.32 करोड़ से घटकर मार्च 2025 तिमाही में 1.29 करोड़ रह गया, यानी 2.37 लाख निवेशकों की गिरावट दर्ज की गई.