Rising Household Spending| क्या छिपा है भारतीय परिवारों के बढ़ते खर्च के आंकड़ों में?
वर्ल्डपैनल खर्चा 3.0 सर्वे के ताजा आंकड़े बताते हैं कि भारतीय घर पहले से कहीं ज्यादा पैसा खर्च कर रहे हैं. पिछले तीन सालों में घरेलू खर्च करीब 33 फीसदी बढ़कर औसतन 42,000 रुपये से बढ़कर 56,000 रुपये हो गया है. शहरी परिवारों का तिमाही खर्च जून 2022 में लगभग ₹52,711 था, जो मार्च 2025 में बढ़कर ₹73,579 हो गया, जबकि ग्रामीण परिवारों का खर्च ₹36,104 से बढ़कर ₹46,623 तक पहुंचा. लेकिन सवाल ये है कि क्या ये बढ़ता खर्च बेहतर जीवनशैली का संकेत है या फिर वित्तीय दबाव का नतीजा. दरअसल, आय की रफ्तार खर्च जितनी तेज नहीं बढ़ी है, इसी वजह से 58 फीसदी से ज्यादा घरों ने माना है कि खर्च संभालना मुश्किल हो रहा है. लोग अब लक्जरी से ज्यादा जरूरी चीजों पर ध्यान दे रहे हैं और बचत व कर्ज चुकाने को प्राथमिकता दे रहे हैं. यही वजह है कि सरकार को भी GST कटौती जैसे कदम उठाने पड़े, जिसे कई लोग राहत से ज्यादा मजबूरी का फैसला मान रहे हैं.