महंगा किराया बना मुसीबत, जॉब पर खतरा: Anarock
Anarock Research की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के टॉप 7 शहरों में 2025 की दूसरी तिमाही (Q2 2025) के दौरान ऑफिस किराए में 6% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं, वैकेंसी रेट घटकर 16.2% पर आ गया है, जो पिछले साल के मुकाबले बेहतर स्थिति दिखाता है. यह संकेत है कि भारत में कॉर्पोरेट ऑफिस स्पेस की मांग लगातार बढ़ रही है. रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर जैसे बड़े बिजनेस हब में ग्रेड-A ऑफिस स्पेस और फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस की मांग तेजी से बढ़ी है. बड़ी और मिड-साइज़ कंपनियाँ बेहतर लोकेशन और आधुनिक सुविधाओं के लिए ज्यादा किराया चुकाने को तैयार हैं. इसका सीधा असर उनके ऑपरेशनल कॉस्ट पर पड़ रहा है, जिससे कई कंपनियाँ कर्मचारी भर्ती और वेतन वृद्धि को लेकर सतर्क हो गई हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि हाइब्रिड वर्क मॉडल के बावजूद, कई सेक्टर खासतौर पर आईटी, फाइनेंस और कंसल्टिंग फिजिकल ऑफिस की तरफ लौट रहे हैं. यही वजह है कि प्रीमियम ऑफिस स्पेस की मांग बनी हुई है. आने वाले महीनों में अगर किराए का यह ट्रेंड जारी रहा, तो कंपनियों को स्पेस ऑप्टिमाइजेशन और लागत नियंत्रण की दिशा में नए कदम उठाने पड़ सकते हैं.