क्रिप्टोकरेंसी पर भारी पड़ा चीन का एक्शन, जानें क्यों लगाई रोक?
चीन ने एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी पर सख्ती दिखाते हुए इसके सभी तरह के लेन-देन और माइनिंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. सितंबर 2021 में लागू यह बैन अब भी चर्चा में है, क्योंकि हाल के सोशल मीडिया दावों ने इसे नया रंग दे दिया, हालांकि 2025 में कोई नया प्रतिबंध नहीं आया. पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) ने क्रिप्टोकरेंसी को वित्तीय अपराधों, जैसे मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध जुए, के साथ-साथ आर्थिक अस्थिरता का कारण बताया. इसके अलावा, चीन पूंजी के अवैध बहिर्वाह (कैपिटल फ्लाइट) को रोकना चाहता है, क्योंकि 2019-2020 में 50 बिलियन डॉलर से अधिक क्रिप्टोकरेंसी पूर्वी एशिया से बाहर गई थीी.चीन की डिजिटल युआन (e-CNY) को बढ़ावा देने की रणनीति भी इस बैन का बड़ा कारण है. सरकार इसे पूरी तरह नियंत्रित डिजिटल मुद्रा के रूप में देखती है, जो क्रिप्टोकरेंसी की विकेंद्रीकृत प्रकृति के विपरीत है. बिटकॉइन की कीमत इस खबर से 2021 में 9% तक गिरी, लेकिन बाजार ने जल्दी रिकवरी दिखाई. यह बैन वैश्विक क्रिप्टो मार्केट को प्रभावित करता है, क्योंकि चीन पहले बिटकॉइन माइनिंग का 50% हिस्सा संभालता था. निवेशकों को सलाह है कि ऐसी खबरों की सत्यता जांचें, क्योंकि पुरानी खबरें गलतफहमी पैदा कर सकती हैं.