Market Masala: विदेशी निवेशकों ने 9 दिनों में भारतीय बाजार से निकाले ₹27,000 करोड़, जानें कारण, प्रभाव और आगे की राह
हाल ही में विदेशी निवेशकों (Foreign Institutional Investors – FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार से 27,000 करोड़ रुपये की भारी निकासी की है. यह सिलसिला लगातार नौ दिनों तक चला, जिसने बाजार में भारी अस्थिरता पैदा कर दी. इस पूंजी बहिर्गमन का मुख्य कारण कंपनियों की कमजोर पहली तिमाही (Q1) की आय रिपोर्ट, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित संभावित नए टैरिफ, और अमेरिकी डॉलर की मजबूती मानी जा रही है. टैरिफ की घोषणा के बाद निवेशकों का विश्वास बुरी तरह हिल गया, जिससे बिक्री का दबाव और भी बढ़ गया. इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत ने विदेशी निवेश को और भी महंगा बना दिया, जिससे निवेशक घाटे से बचने के लिए भारतीय बाजार से बाहर निकलने लगे. कमजोर कॉर्पोरेट प्रदर्शन ने निवेशकों की धारणा को और नकारात्मक बना दिया. इस पूंजी निकासी का असर न केवल स्टॉक्स पर पड़ा है, बल्कि रुपया, सरकारी बॉन्ड और विदेशी मुद्रा भंडार पर भी देखने को मिल रहा है. विश्लेषकों का मानना है कि जब तक वैश्विक अनिश्चितताएं और घरेलू आर्थिक आंकड़े सुधरते नहीं हैं, तब तक बाजार में दबाव बने रहने की संभावना है. विस्तार से जानने के लिए वीडियो देखें.