इनकम टैक्स नोटिस क्यों मिलता है, कौन-कौन से सेक्शन के नोटिस भेजे जाते हैं और उनके जवाब में आपको क्या कदम उठाने चाहिए. इस विस्तृत गाइड में नोटिस के कारण, प्रकार, प्रक्रिया और समाधान पूरी तरह आसान भाषा में समझें.
भारत के हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में हर साल 8,000–10,000 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि फ्रॉड, फिजूल खर्च और सिस्टम के दुरुपयोग के कारण बर्बाद हो रही है. Medi Assist और BCG की रिपोर्ट बताती है कि रिटेल पॉलिसियां, रीइम्बर्समेंट क्लेम और मिड-टिकट मेडिकल बिल सबसे बड़े फ्रॉड हॉटस्पॉट बन चुके हैं.
शुक्रवार, 21 नवंबर को सोना और चांदी दोनों की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में सोना 600 रुपये टूटकर 1,26,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि चांदी 2,000 रुपये लुढ़ककर 1,56,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कमजोर अमेरिकी आर्थिक नीतियों और मजबूत जॉब डेटा के कारण प्रेशर बढ़ा.
इस रेल कंपनी ने नॉर्दर्न रेलवे के 2x25 kV ट्रैक्शन सिस्टम अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट में सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी (L1) बनकर बड़ी सफलता हासिल की है. 180.77 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में लखनऊ डिवीजन के UTR–MWP सेक्शन में OHE मॉडिफिकेशन और फीडर वायर कार्य किया जाएगा. जानें कैसा है शेयरों का प्रदर्शन.
NTPC Green Energy Limited के शेयर शुक्रवार, 21 नवंबर को मामूली गिरावट के साथ चर्चा में रहे. कंपनी का लॉक-इन पीरियड 26 नवंबर को खत्म होने वाला है, जिसके बाद 580 करोड़ से ज्यादा शेयर बाजार में उपलब्ध हो जाएंगे. यह बदलाव शेयर कीमत पर बड़ा असर डाल सकता है, खासकर तब जब स्टॉक इस साल पहले ही 24 फीसदी टूट चुका है.
रिन्यूएबल सेक्टर की इस कंपनी को रेलवे मंत्रालय की REMCL कंपनी से 16.31 करोड़ रुपये का सोलर प्रोजेक्ट मिला है, जिसके बाद शेयर कीमत में गिरावट के बीच हल्की रिकवरी दर्ज की गई. कंपनी ने लॉन्ग टर्म में निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिए हैं. पांच साल में स्टॉक 4,200 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है, हालांकि हाल के महीनों में इसमें तेज गिरावट देखी गई है.
भारत में ORS का बाजार तेजी से मेडिकल से कंज्यूमर कैटेगरी में बदल रहा है, जिससे रिलायंस, HUL और डाबर जैसी बड़ी कंपनियों ने भी हाइड्रेशन सेगमेंट में एंट्री कर ली है. बढ़ती मांग के बीच कई ब्रांडों ने अपने फ्लेवर्ड ड्रिंक्स को “ORS” नाम से बेचना शुरू कर दिया, जिससे ग्राहकों में भ्रम फैला और विवाद खड़ा हुआ. लेकिन अब FSSAI ने सख्त निर्देश देते हुए सभी मेडिकल स्टोर्स को चेतावनी दी है.
इस कंपनी के शेयर ने शुक्रवार, 21 नवंबर को जबरदस्त उड़ान भरी. मजबूत Q2 नतीजों और मैनेजमेंट की पॉजिटिव कमेंट्स के बाद इस स्मॉलकैप स्टॉक में भारी खरीदारी देखने को मिली, जिससे शेयर 5 फीसदी अपर सर्किट तक पहुंच गया. इससे इतर, स्टॉक ने लंबे समय में जबरदस्त रिटर्न भी दिया है.
Groww और PhysicsWallah की हालिया IPO लिस्टिंग ने भारतीय स्टार्टअप दुनिया में बड़ी हलचल मचा दी है. जहां Groww की धमाकेदार एंट्री ने उसके CEO Lalit Keshre को अरबपति क्लब में पहुंचा दिया, वहीं नेट-वर्थ के मामले में PhysicsWallah के सह-संस्थापक Alakh Pandey उनसे काफी आगे निकल चुके हैं. जानें आईपीओ ने किसकी किस्मत ज्यादा चमकाई.
इस सप्ताह कई बड़ी और मिड कैप कंपनियों के प्रमोटरों ने ओपन मार्केट से अपने ही शेयर खरीदे. आमतौर पर जब भी प्रमोटर किसी कंपनी में शेयरों की खरीदारी करते हैं तो उसे अच्छे संकेत के तौर पर देखा जाता है. इसी कड़ी में कई कंपनियों के प्रमोटर ने अपनी कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ाई है. आइए विस्तार में बताते हैं.