₹1.2 लाख करोड़ के मार्केट पर SBI और PNB की नजर! कॉरपोरेट फाइनेंस में नया गेमचेंजर

भारत के मर्जर–एक्विजिशन यानी एमएंडए (M&A) मार्केट में तेजी के बीच अब एसबीआई (SBI) और पीएनबी (PNB) जैसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक सीधे कदम रखने की तैयारी में हैं. यह मार्केट करीब रुपये 1.2 लाख करोड़ का है और आरबीआई (RBI) ने कैपिटल मार्केट एक्सपोजर डायरेक्शन्स 2025 के तहत जिस तरह के नए ड्राफ्ट गाइडलाइन जारी किए हैं, उनसे बैंकों के लिए एक नया रेवेन्यू मॉडल खुल सकता है. नए नियम लागू होने पर बैंकों को कॉरपोरेट्स की मर्जर या एक्विजिशन डील्स को डायरेक्टली फाइनेंस करने की अनुमति मिल सकती है.

अब तक यह रास्ता काफी सीमित था, लेकिन ड्राफ्ट में दिए प्रस्ताव इसे एक बड़े बिजनेस वॉल्यूम में बदल सकते हैं. इसी को देखते हुए एसबीआई और पीएनबी इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के साथ मिलकर एक जॉइंट प्लेबुक बना रहे हैं जिसमें लेंडिंग लिमिट, रिस्क मैनेजमेंट, कंडिशन, एलीजिबिलिटी और कॉरपोरेट डील की वैल्यूएशन से जुड़े फ्रेमवर्क तय किए जाएंगे. यदि मंजूरी मिलती है, तो यह कदम भारत के कॉरपोरेट फाइनेंस लैंडस्केप को बदल सकता है.