पेट्रोल-इथेनॉल ब्लेंडिंग के बाद अब Diesel और Aviation Fuel पर दांव खेलेगी सरकार!

भारत में पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को लेकर पिछले कुछ महीनों से लगातार बहस चल रही है. बहुत से लोग कहते हैं कि 20 फीसदी तक की ब्लेंडिंग से गाड़ियों का इंजन खराब हो सकता है, माइलेज घट सकता है या कंपनियां वारंटी खत्म कर सकती हैं. यहां तक कि यह भी कहा गया कि बीमा कंपनियां इंजन डैमेज का पैसा नहीं देंगी. लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि ये सारी बातें अफवाह हैं और इथेनॉल ब्लेंडिंग पूरी तरह टेस्टेड और सुरक्षित है. असलियत यह है कि भारत ने अपने 2030 के लक्ष्य को पाँच साल पहले ही पूरा कर लिया और जून 2025 तक पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल मिला दिया गया है. 2014 में यह अनुपात सिर्फ 1.5 फीसदी था, जबकि अब यह 661.1 करोड़ लीटर तक पहुँच गया है. सरकार का दावा है कि इससे 698 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन घटा है, किसानों को करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी हुई है और विदेशी मुद्रा में 1.36 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है. अब नितिन गडकरी ने नया ऐलान किया है कि डीजल में Isobutanol मिलाने की तैयारी हो रही है और विमान ईंधन में भी इथेनॉल व सतत हवाई ईंधन (SAF) के प्रयोग की योजना है. इस पूरे मुद्दे को ड‍िटेल में समझने के ल‍िए देख‍िए Money9 की ये वीड‍ियो-