पहलगाम हमले में NIA का बड़ा एक्शन, आतंकियों को पनाह देने वाले दो लोग गिरफ्तार, जानें जांच में क्या हुआ खुलासा

Pahalgam Terror Attack: NIA ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने आतंकवादियों को पनाह दी थी. ये दोनों आरोपी पहलगाम के रहने वाले हैं और उनके नाम परवेज अहमद जोठार और बशीर अहमद जोठार हैं.

पहलगाम आतंकी हमले में दो लोग गिरफ्तार Image Credit: TV9

Pahalgam Terrorist Attack: कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले में जांच एजेंसी को एक और कामयाबी मिली है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है, जिन पर आरोप है कि इन्होंने उस भयानक आतंकी हमले के आतंकवादियों को पनाह दी थी जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी. ये दोनों आरोपी पहलगाम के ही रहने वाले हैं और इन्होंने उन आतंकवादियों को पनाह दी थी.

किन दो लोगों को किया गिरफ्तार

NIA ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है वो दोनों पहलगाम के हैं एक परवेज अहमद जोठार जो बटकुट से है और दूसरा, बशीर अहमद जोठार जो हिल पार्क से है.

दोनों ने NIA को क्या बताया

NIA के मुताबिक, इन दोनों ने यह खुलासा किया है कि हमले में शामिल तीनों आतंकवादी पाकिस्तानी नागरिक थे और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े हुए थे.

NIA की जांच में क्या पता चला?

जांच में सामने आया है कि परवेज और बशीर ने जानबूझकर इन तीनों आतंकवादियों को हिल पार्क में एक मौसमी झोपड़ी (धोक) में छिपाकर रखा था. उन्होंने आतंकवादियों को खाना, आश्रय और अन्य जरूरी मदद भी मुहैया कराई थी.

इन पर Unlawful Activities (Prevention) Act, 1967 की धारा 19 के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है.

NIA के 32 ठिकानों पर छापे

यह गिरफ्तारी तब हुई जब कुछ हफ्ते पहले NIA ने जम्मू-कश्मीर के 32 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ये छापे पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े मामले में चल रही जांच का हिस्सा थे. जिन ठिकानों पर छापे मारे गए, वे इन आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों के थे जो:

ये सभी संगठन प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अल-बदर से जुड़े हुए हैं.

यह भी पढ़ें: भारत में भी हैं मिनी ईरान, बिहार-कारगिल से लेकर मुंबई तक ईरानी, इन चीजों के लिए फेमस

पहलगाम आतंकी हमला

22 अप्रैल 2025 को आतंकवादियों ने पहलगाम में अंधाधुंध गोलियां चलाई, जिसमें ज्यादातर पर्यटक मारे गए. इस घातक हमले के कुछ दिनों बाद, भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और PoK में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया.