100% FDI in Insurance Sector: Insurance Sector में बड़ा बदलाव, एक ग्राहक के लिए क्या मायने रखता है ये फैसला?

इंश्योरेंस सेक्टर में 100 फीसद एफडीआई को मंजूरी मिलना देश की वित्तीय व्यवस्था के लिए एक बड़ा और अहम बदलाव माना जा रहा है. लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी इस बिल के पास होने के साथ अब विदेशी इंश्योरेंस कंपनियों के लिए भारतीय बाजार पूरी तरह खुल गया है. इसका सीधा असर देश के लाखों इंश्योरेंस ग्राहकों पर पड़ेगा, जिन्हें आने वाले समय में ज्यादा विकल्प और बेहतर सेवाएं मिलने की उम्मीद है. ग्लोबल इंश्योरेंस कंपनियों की एंट्री से सेक्टर में पूंजी का फ्लो बढ़ेगा, नई टेक्नोलॉजी आएगी और प्रोडक्ट इनोवेशन को भी रफ्तार मिलेगी.

एक ग्राहक के नजरिये से देखा जाए तो सबसे बड़ा फायदा बढ़ती प्रतिस्पर्धा का होगा. ज्यादा कंपनियों के आने से प्रीमियम दरों पर दबाव बनेगा, जिससे बीमा पॉलिसियां अपेक्षाकृत सस्ती हो सकती हैं. इसके साथ ही कस्टमर सर्विस, क्लेम सेटलमेंट और डिजिटल प्रोसेस में भी सुधार देखने को मिल सकता है. हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि रेगुलेशन और कस्टमर प्रोटेक्शन पर कड़ी नजर रखना जरूरी होगा, ताकि विदेशी निवेश के साथ ग्राहकों के हित सुरक्षित रहें.