2030 तक 500 GW का टारगेट! इन 5 कंपनियों को मिल है सकता सरकारी मुनाफा, एक महीने में दिया 20% रिटर्न
भारत की ऊर्जा जरूरतें 2030 तक नए शिखर छूने वाली हैं और कुछ छोटी लेकिन दमदार कंपनियां इस बदलाव की रीढ़ बनने जा रही हैं. अगर आप निवेश के स्मार्ट मौके तलाश रहे हैं, तो ये रिपोर्ट आपके लिए है. जानिए किन कंपनियों पर नजर रखनी चाहिए...
Best Power Stocks: भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शुमार होने की राह पर है, और इस यात्रा में एनर्जी सेक्टर की भूमिका बेहद अहम है. सरकार के 2030 तक 500 गीगावॉट नॉन फॉसिल फ्यूल बेस्ड एनर्जी कैपेसिटी हासिल करने के टारगेट के साथ, देश में ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है. इस बदलाव के केंद्र में हैं कुछ ऐसे स्मॉलकैप कंपनियां जो अपनी रणनीतिक दिशा और नवाचार के बल पर निवेशकों के लिए बेहतरीन मौके पेश कर रही हैं.
BF Utilities
बीएफ यूटिलिटीज मुख्य रूप से पवन ऊर्जा उत्पादन (wind power production) में लगी है, जिसे पुणे स्थित भारत फोर्ज के प्लांट में इस्तेमाल किया जाता है. कंपनी का 98 फीसदी राजस्व इन्फ्रास्ट्रक्चर कारोबार से आता है और बाकी 2 फीसदी विंड एनर्जी से. वित्त वर्ष 2024 में इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 55 फीसदी रहा.
तीन सालों में इसका राजस्व 10% CAGR और मुनाफा 190.2% CAGR से बढ़ा है. कंपनी अब पवन ऊर्जा के साथ-साथ सोलर प्रोजेक्ट्स में भी विस्तार की योजना बना रही है. मौजूदा वक्त में कंपनी 781.15 रुपये पर ट्रेड कर रही है.
RattanIndia Power
रतनइंडिया पावर के पास महाराष्ट्र के अमरावती में 1,350 मेगावाट की थर्मल पावर प्लांट है. इसमें से 1,200 मेगावाट की आपूर्ति महाराष्ट्र राज्य वितरण कंपनी को की जाती है. तीन वर्षों में इसका राजस्व 29.2% CAGR से बढ़ा है. कंपनी अपने प्लांट की क्षमता में 660 या 800 मेगावाट के अतिरिक्त विस्तार की योजना बना रही है. इसके अलावा, कंपनी ने मर्चेंट मार्केट में भी एंट्री की है. कंपनी के शेयर शुक्रवार यानी 27 जून को 14.39 रुपये पर ट्रेड हुए थे. इस स्टॉक ने 1 महीने में निवेशकों को 30 फीसदी का मुनाफा दिया है.
Oriana Power
यह कंपनी सोलर प्रोजेक्ट्स के EPC और BOOT मॉडल पर कार्य करती है. कंपनी की तीन साल की CAGR ग्रोथ राजस्व में 123.6% और मुनाफे में 169.3% रही है. ओरिआना पावर अब बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS), ग्रीन हाइड्रोजन और CBG जैसे वर्टिकल में भी उतर चुकी है. FY26 तक कंपनी का टारगेट 1 GW BESS कैपेसिटी और 500 मेगावाट इलेक्ट्रोलाइजर गीगाफैक्ट्री स्थापित करना है. यह स्टॉक 2208 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. एक महीने में कंपनी ने 29 फीसदी का मुनाफा कमवाया है.
ACME Solar Holdings
एसीएमई सोलर भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कंपनियों में से एक है, जिसकी विशेषज्ञता सोलर, हाइब्रिड और FDRE प्रोजेक्ट्स में है. FY25 में इसकी क्षमता 1,350 मेगावाट से बढ़कर 2,700 मेगावाट हो गई.
कंपनी की 4.3 GW परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं और 7 GW का लक्ष्य FY28 तक रखा गया है. इसके सभी प्रोजेक्ट्स के लिए ग्रिड कनेक्टिविटी सुनिश्चित की गई है. कंपनी Q2 FY26 तक 200 मेगावाट का पायलट BESS प्रोजेक्ट लॉन्च करने जा रही है. कंपनी के ये शेयर 249 रुपये में मार्केट में ट्रेड कर रहे हैं, बीते 1 महीने में शेयर 2 फीसदी का टूटा है.
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PTC India
पीटीसी इंडिया पावर ट्रेडिंग के क्षेत्र में कार्य करती है और नेपाल, भूटान, बांग्लादेश के साथ क्रॉस बॉर्डर ट्रेड भी करती है. यह भारत की पहली बिजली एक्सचेंज IEX की सह-प्रवर्तक है. कंपनी ने FY25 में पीटीसी एनर्जी लिमिटेड का ONGC ग्रीन को 11.8 अरब रुपये में डिवेस्टमेंट किया, जिससे Q4 में 5.2 अरब रुपये का लाभ हुआ. कंपनी अब इस पूंजी का उपयोग भविष्य के लाभदायक उपक्रमों में करेगी. यह कंपनी पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल), एनटीपीसी लिमिटेड (एनटीपीसी), पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएफसी) और एनएचपीसी लिमिटेड (एनएचपीसी) के द्वारा प्रोमोट की जाती है.
भविष्य में कंपनी 6-8% CAGR के साथ डिमांड ग्रोथ की उम्मीद कर रही है और नवीकरणीय परियोजनाओं में निवेश की योजना बना रही है. कंपनी के शेयर हफ्ते भर में 5.43 फीसदी चढ़ कर शुक्रवार को 179.57 रुपये पर बंद हुए.
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