चीन-अमेरिका तनाव से बाजार पर संकट के बादल, निवेशक रहें सतर्क
चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक बाजारों की चिंता बढ़ा दी है. ट्रेड वॉर और रणनीतिक मुकाबले से जुड़ी खबरों के चलते निवेशकों के मन में अनिश्चितता का माहौल बन गया है. अमेरिका की सख्त नीतियों और चीन की जवाबी कार्रवाइयों से मार्केट में वोलैटिलिटी बढ़ सकती है.
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह तनाव आगे बढ़ा तो शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कमजोरी का सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ेगा. भारत में विदेशी निवेशक सतर्क हो सकते हैं और पूंजी निकाल सकते हैं, जिससे बाजार में प्रेशर बढ़ेगा.
हालांकि कुछ विश्लेषकों का यह भी कहना है कि भारत की मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था और रिटेल निवेशकों की भागीदारी से बाजार को सहारा मिल सकता है. इस समय निवेशकों को जल्दबाजी से बचना चाहिए और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में ही निवेश करना चाहिए. बाजार कब रफ्तार पकड़ेगा या बंटाधार होगा, यह काफी हद तक चीन और अमेरिका के बीच आने वाले फैसलों पर निर्भर करेगा.