₹2.14 लाख करोड़ का खर्च, लोगों पर आएगी कर्ज की आफत!

अक्टूबर 2025 में देश में क्रेडिट कार्ड खर्च ने नया रिकॉर्ड बना दिया है. कुल खर्च 2.14 लाख करोड़ के पार पहुंचा जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. त्योहारी सीजन में की गई खरीदारी, ऑनलाइन पेमेंट में तेजी और ईएमआई वाले ट्रांजेक्शन ने इस ग्रोथ को और आगे बढ़ाया. डिजिटल पेमेंट तेजी से आम लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन रहा है. इलेक्ट्रोनिक्स, ट्रैवल, फूड और फैशन कैटेगरी में खर्च सबसे ज्यादा बढ़ा है.

हालांकि रिपोर्ट का दूसरा पहलू भी सामने आया है. कुछ बैंकों में कार्ड खर्च में महीने दर महीने गिरावट देखी गई है. इससे साफ है कि बाजार में मांग तो मजबूत है लेकिन खर्च का दबाव भी बढ़ रहा है. कई प्राइवेट बैंक नए कार्ड जारी करने की रफ्तार धीमी कर रहे है. इसका मतलब यह भी है कि क्रेडिट लोड बढ़ने पर लोग कर्ज के जाल में फंस सकते है.

आने वाले महीनो में अगर खर्च इसी रफ्तार से बढ़ा तो बैंकिंग सेक्टर के लिए रिस्क बढ़ सकता है. बढ़ती ईएमआई, बकाया राशि और इंटरेस्ट रेट आम लोगों की जेब पर दबाव डालेंगे. रिकॉर्ड खर्च के साथ सतर्कता जरूरी है वरना कर्ज की आफत कभी भी सामने आ सकती है.