11 साल बाद RBI ने रोकी डॉलर की खरीद, क्या RBI की रणनीति बदल देगी करेंसी मार्केट का खेल?
11 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि RBI ने इस महीने एक भी डॉलर नहीं खरीदा. यह बदलाव भारतीय अर्थव्यवस्था और RBI की पॉलिसी स्टांस को लेकर कई सवाल खड़े करता है. अब तक RBI डॉलर खरीदकर अपने फॉरेक्स रिजर्व को मजबूत करता रहा है, लेकिन इस बार डॉलर की बिक्री पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है ताकि गिरते रुपये को स्थिर किया जा सके. हालांकि, इसका असर सरकार की डिविडेंड कमाई और रिजर्व पर पड़ सकता है.
वीडियो में बताया गया है कि रुपया लगातार दबाव में है और इसके पीछे अमेरिकी टैरिफ नीतियां, रूस-यूक्रेन युद्ध, और विदेशी निवेशकों की बिकवाली जैसे वैश्विक कारक जिम्मेदार हैं. ऐसे में RBI की नई चाल भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है. बड़ा सवाल यह है कि क्या कमजोर रुपया भारत के लिए नुकसानदेह साबित होगा या फिर निर्यात और विदेशी व्यापार को इसका फायदा मिल सकता है. यही सारे पहलू इस वीडियो में विस्तार से समझाए गए हैं.