UPI में छाया SBI, YES BANK ने भी किया कमाल
भारत की डिजिटल पेमेंट यात्रा ने दुनिया भर में तहलका मचा दिया है. नकदी के लिए लंबी कतारों में खड़े होने से लेकर UPI के जरिए रोजाना ₹1 लाख करोड़ से ज्यादा ट्रांसफर करने तक, यह बदलाव बहुत बड़ा है। SBI रिसर्च की एक नई रिपोर्ट बताती है कि कैसे UPI भारत की सबसे भरोसेमंद पेमेंट सिस्टम बन गया है. लेनदेन में SBI और Yes Bank के अग्रणी होने से लेकर PhonePe, Google Pay और Paytm तक, ऐप इकोसिस्टम में छाए हुए हैं। लेकिन ज़्यादातर लेन-देन सिर्फ 2-3 ऐप्स द्वारा किए जाने के साथ, क्या इसमें कोई छिपे हुए जोखिम हैं? क्या UPI पूरी तरह से नकदी की जगह ले लेगा? और कौन से राज्य और क्षेत्र इस डिजिटल क्रांति को आगे बढ़ा रहे हैं? भारत की असली UPI कहानी समझने के लिए यह वीडियो देखें.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों के अनुसार, फिनटेक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फोनपे ने जुलाई में लगभग 8.93 अरब यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लेनदेन प्रोसेस किए, जिसके बाद गूगल पे ने 6.92 अरब और पेटीएम ने 1.36 अरब ट्रांजेक्शन प्रोसेस किए.
फोनपे द्वारा प्रोसेस्ड कुल वैल्यू ₹12.20 ट्रिलियन रहा, इसके बाद गूगल पे ने ₹8.91 ट्रिलियन और पेटीएम ने ₹1.43 ट्रिलियन का स्थान रहा.