तेल पर जेब के साथ, ऐसे हो रहा बड़ा खेल!
भारत में पेट्रोल की कीमत हमेशा चर्चा का विषय रहती है. आम लोगों को लगता है कि तेल कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं, लेकिन असली बोझ टैक्स का है. सच तो यह है कि हर 100 रुपये के पेट्रोल में से लगभग 55 रुपये सिर्फ टैक्स के रूप में वसूले जाते हैं. इनमें केंद्र सरकार का एक्साइज ड्यूटी और राज्यों का वैट शामिल होता है. यही वजह है कि भारत दुनिया के उन देशों में गिना जाता है जहां ईंधन पर सबसे ज्यादा टैक्स वसूला जाता है.
कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उतार-चढ़ाव जरूर असर डालते हैं, लेकिन आम आदमी की जेब पर सबसे बड़ा असर टैक्स स्ट्रक्चर का पड़ता है. सवाल यह है कि क्या सरकार एक्साइज ड्यूटी और वैट घटाकर उपभोक्ताओं को राहत देगी? क्योंकि टैक्स घटाने से ही पेट्रोल-डीजल की असली कीमत कम हो सकती है और आम जनता को सीधी राहत मिलेगी. यही है पेट्रोल की कीमत और छुपे टैक्स का सच.