गुरुग्राम और मानेसर में हाई-वैल्यू प्रॉपर्टी डील्स बिना PAN, राजस्व और खरीदारों पर खतरा
गुरुग्राम और मानेसर हरियाणा के प्रमुख रियल एस्टेट हॉटस्पॉट माने जाते हैं, लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पिछले पांच सालों में 28,000 करोड़ रुपये से अधिक के हजारों प्रॉपर्टी डील बिना PAN विवरण के रजिस्टर किए गए. यह बड़ी कानूनी चूक है, जिससे यह सवाल उठता है कि इतनी बड़ी वैल्यू की ट्रांजैक्शन कैसे नियमों को दरकिनार कर पाई.
विशेषज्ञों का कहना है कि इस चूक से सरकार की राजस्व आय प्रभावित हो सकती है और टैक्सपेयर्स को भी नुकसान हो सकता है. वहीं, ईमानदार खरीदारों की सुरक्षा पर भी सवाल उठता है. यह केवल स्थानीय समस्या नहीं बल्कि हरियाणा के रियल एस्टेट सिस्टम में व्यापक कमजोरी का संकेत देती है.
अधिकारी अब पारदर्शिता सुनिश्चित करने और प्रॉपर्टी मार्केट में काले धन के प्रवाह को रोकने के उपाय सोच रहे हैं. नए नियमों और PAN आधारित रजिस्ट्रेशन की सख्ती से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि भविष्य में ऐसे हाई-वैल्यू डील्स केवल कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए हों.
रियल एस्टेट सेक्टर के निवेशक और खरीदार इस मामले पर नजर रख रहे हैं, क्योंकि यह खुलासा मार्केट के भरोसे और निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकता है.